
कोलकाता, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आगामी दिवाली और त्योहारी मौसम को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने नशे में गाड़ी चलाने के मामलों पर सख्ती बरतने के लिए 50 उन्नत ब्रीथ एनालाइजर उपकरण शहरभर में तैनात करने का निर्णय लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी के अनुसार, ये आधुनिक उपकरण सड़क किनारे जांच को अधिक प्रभावी और छेड़छाड़-रोधी बनाएंगे। दिवाली के साथ-साथ काली पूजा, क्रिसमस और नववर्ष जैसे त्योहारों के दौरान शहर में शराब सेवन के मामलों में वृद्धि होती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। उन्होंने बताया, “ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस टीमें पूरे कोलकाता में प्रमुख स्थानों पर नाका जांच अभियान चलाएंगी, जहां इन नए उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।”
अधिकारी ने कहा, अक्सर देखा गया है कि शराब के नशे में वाहन चलाने वाले बाद में आरोपों से इनकार करते हैं, लेकिन अब यह संभव नहीं होगा। ये उपकरण ठोस डिजिटल साक्ष्य उपलब्ध कराएंगे, जिनसे किसी भी तरह की छेड़छाड़ की गुंजाइश नहीं रहेगी।”
करीब 300 ग्राम वजन वाले इन उपकरणों में उन्नत सेंसर और 3.2 इंच का एलसीडी स्क्रीन लगा है, जो पास से हल्की सांस से भी शराब की मात्रा दर्ज करने में सक्षम है। अधिकारी के अनुसार, “सिर्फ 10 सेकंड में परिणाम सामने आ जाता है, जिससे ट्रैफिक पुलिस मौके पर ही त्वरित कार्रवाई कर सकती है। पुराने मॉडलों की तुलना में ये नए ब्रीथ एनालाइजर उन्नत मेमोरी फीचर के साथ आते हैं, जिनमें 10 हजार तक परीक्षणों का डाटा सुरक्षित रूप से संग्रहित किया जा सकता है। प्रत्येक रिकॉर्ड में तारीख, समय, अल्कोहल स्तर, वाहन नंबर और जांच अधिकारी की पहचान दर्ज होगी, जिसे पासवर्ड से सुरक्षित किया गया है। इन उपकरणों में डिजिटल हस्ताक्षर की सुविधा भी दी गई है, जिससे जांच का प्रमाणिक रिकॉर्ड तैयार किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि इन उपकरणों की खरीद पर कुल 22 लाख का बजट स्वीकृत किया गया है और इन्हें शहर के 26 ट्रैफिक गार्ड्स में वितरित किया जाएगा। वर्तमान में अधिकांश ट्रैफिक इकाइयों के पास ब्रीथ एनालाइजर हैं, लेकिन कई पुराने मॉडल सटीकता और डाटा सुरक्षा के मामले में पिछड़ चुके हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि दुर्गा पूजा से लेकर वर्षांत तक जारी रहने वाले त्योहारी माहौल के दौरान यह कदम सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक आवश्यक पहल है। पुलिस को उम्मीद है कि तकनीक और सख्त निगरानी का संयोजन नशे में ड्राइविंग पर प्रभावी अंकुश लगाएगा।———————-
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
