



– डीजीपी मकवाणा ने किया ‘’नशे से दूरी- है जरूरी’’ अभियान का शुभारंभ
भोपाल, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने मंगलवार को राजधानी भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉंफ्रेंस में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा 15 जुलाई से 30 जुलाई तक चलाए जाने वाले वृहद नशा मुक्ति जन-जागरूकता अभियान ‘’नशे से दूरी-है जरूरी’’ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संदेश तथा अभियान के पोस्टर का विमोचन भी किया।
डीजीपी मकवाणा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की प्रेरणा से समाज में नशे की प्रवृत्ति की प्रभावी रोकथाम के यह जनजागरूकता अभियान ‘’नशे से दूरी-है जरूरी’’ मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स- ये शब्द सुनते ही दिमाग में कई दृश्य उभरते हैं- दुर्बल शरीर, नशीली आंखे, धुऐं का गुबार और अंधकार। मादक पदार्थों के सेवन की लत कई युवाओं को खोखला कर उनके परिवारों को भी बर्बाद कर रही है। देश एवं प्रदेश के शीर्षस्थ राजनैतिक नेतृत्व भी इस विकराल समस्या से चितिंत एवं इसके निदान के लिए प्रयासरत है। हम सभी की ये नैतिक जिम्मेदारी है कि इसके दुष्प्रभावों से विशेषकर किशोर बच्चों और युवाओं को अवगत कराएं और नशे से दूर रखें। उन्होंने कहा कि ‘’हमारा है यही संदेश- नशा मुक्त हो मध्य प्रदेश’’।
इस अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक सीआईडी पवन श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नारकोटिक्स के.पी.वेंकटेश्वर, पुलिस महानिरीक्षक ए.एन. ओ. डॉ. आशीष, पी एस ओ टू डीजीपी विनीत कपूर, सहायक पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार कंचन एवं एसओ टू डीजीपी मलय जैन उपस्थित रहे।
अभियान में इनकी रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका
अभियान में उच्च शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, नगरीय विकास एवं आवास विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग सहित अन्य विभाग, एनजीओ, धार्मिक संस्थान आदि की सक्रिय सहभागिता रहेगी।
अभियान के अंतर्गत पूरे प्रदेश में प्रतिदिन विभिन्न जन-जागरूकता गतिविधियां संचालित की जाएंगी, जिनमें स्थानीय रेडियो और एफएम चैनलों के माध्यम से प्रसारण, सार्वजनिक स्थलों पर बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स का प्रदर्शन और पंपलेट का वितरण शामिल है। साथ ही, प्रिंट मीडिया, बस अड्डों और प्रमुख चौराहों पर डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से वीडियो प्रचार किया जाएगा। सफाई वाहनों पर लगे पीए सिस्टम से नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाएगी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर व्यापक जन-संदेश भी प्रसारित किए जाएंगे।अभियान के दौरान प्रत्येक आयोजन स्थल पर नशामुक्ति से संबंधित सेल्फी पॉइंट बनाए जाएंगे ताकि आमजन की भागीदारी को और प्रोत्साहन मिल सके। नारकोटिक्स से संबंधित शिकायतों और परामर्श के लिए हेल्पलाइन नंबर 1933, 14446 एवं वेबसाइट https://ncbmanas.gov.in का व्यापक प्रचार किया जाएगा।
छात्रावास नशामुक्ति समितियों का होगा गठन
प्रदेश के सभी स्कूलों और कॉलेजों के छात्रावासों में छात्रावास नशामुक्ति समितियों का गठन किया जाएगा। अभियान में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था, अखिल भारतीय गायत्री परिवार, आर्ट ऑफ लिविंग, हार्टफुलनेस जैसे सामाजिक व धार्मिक संगठनों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की गई है। सामाजिक न्याय एवं एमएसएमई विभाग द्वारा प्रशिक्षित मास्टर वॉलेंटियर्स नागरिकों व छात्रों को नशामुक्ति के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही, कला पथक दल द्वारा नुक्कड़ नाटक, गीत, संगीत आदि के माध्यम से भी जनजागरूकता फैलाई जाएगी। यह जन-जागरूकता अभियान प्रदेशभर में एक सशक्त और संगठित प्रयास के रूप में नशे के विरुद्ध जनमत तैयार करेगा तथा नशामुक्त, स्वस्थ और सुरक्षित समाज की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत
