रुद्रप्रयाग, 25 जून (Udaipur Kiran) । बीते मंगलवार देररात्रि से तड़के तक हुई मूसलाधार बारिश के चलते बुधवार को केदारनाथ यात्रा बारिश रुकने तक रोकी गई। इस दौरान सोनप्रयाग में हजारों यात्री रोके गए, जिन्हें सुबह बारिश रुकने के बाद 9 बजे से धाम के लिए रवाना किया गया। गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल मार्ग पर संवेदनशील स्थानों पर यात्रियों को जवानों की मौजूदगी में रास्ता पार कराया गया।
बुधवार तड़के से तेज बारिश के बीच रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर सोनप्रयाग के समीप भूस्खलन जोन में पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिर रहा था, जिस कारण यात्रियों को गौरीकुंड के लिए रवाना नहीं किया गया। सुबह कुछ देर के लिए पहाड़ी से भूस्खलन थमा, लेकिन पुन: शुरू हो गया, जिस कारण यात्रा रोक दी गई। इस दौरान यात्रियों को रोकने के लिए पुलिस को बैरियर भी लगाना पड़ा। लगभग सुबह साढ़े नौ बजे मौसम में सुधार होने पर प्रशासन और पुलिस ने सोनप्रयाग से यात्रियों को समूह में केदारनाथ के लिए भेजा गया।
कोतवाली चौकी प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि भूस्खलन जोन में पुलिस जवानों की मौजूदगी में यात्रियों को रास्ता पार कराया गया। यहां, पर पहाड़ी संवेदनशील हो गई है, जिससे क्षेत्र में हल्की बारिश होने पर पत्थर मलबा गिर रहा है। उन्होंने बताया कि सुबह 10 बजे से सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए शटल सेवा भी शुरू कर दी गई थी, जो दिनभर निर्विघ्न संचालित होती रही।
उन्होंने बताया कि दस हजार से अधिक श्रद्धालु सोनप्रयाग से धाम रवाना हुए। उधर, गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग भी बरसात के चलते अति संवेदनशील हो गया है। कई जगहों पर पत्थर व मलबा गिरने का खतरा बना है। साथ ही कुछ जगहों पर बरसाती स्रोत रिचार्ज होने से यात्रियों को आवाजाही दिक्कत हो रही है।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
