रुद्रप्रयाग, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । मानसून के सक्रिय होते ही चारधाम यात्रा की रफ्तार भी थम सी गई है। पिछले एक सप्ताह से केदारनाथ में प्रतिदिन दर्शनार्थियों की संख्या में कमी दर्ज की जा रही है। यात्रा कम होने से केदारघाटी के बाजारों, पड़ाव और केदारपुरी में व्यवसायिक गतिविधियां भी व्यापक रूप से प्रभावित हो गई है।
इस वर्ष 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो गई थी। यात्रा के पहले दिन से गंगोत्री व यमुनोत्री में भक्तों की भीड़ होने लगी थी। वहीं, 2 मई को श्रीकेदारनाथ और 4 मई को श्रीबदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद चारधाम यात्रा ने रफ्तार पकड़ ली थी। कपाट खुलने के दिन ही केदारनाथ धाम में रिकार्ड 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे।
मई माह में 6 लाख 96 हजार 934 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे। वहीं, जून महीने में यात्रा की रफ्तार और तेज हुई और पहले 20 दिनों में केदारनाथ में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या औसतन 20 हजार से अधिक रही। तीसरे सप्ताह के बाद यात्रियों और दर्शनार्थियों की संख्या कम होने लगी थी। जून महीने में 6 लाख 18 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। इधर, मानसून के सक्रिय होने से केदारनाथ यात्रा में कमी आने लगी। बारिश की बौंछारों के बीस रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे और गौरीकुंड – केदारनाथ पैदल मार्ग के कई बार बाधित होने से यात्रा प्रभावित हो रही है। जुलाई माह के नौ दिन में केदारनाथ धाम में दर्शनार्थियों की संख्या में काफी कम हुई है। बीकेटीसी के अनुसार इस दौरान 27 हजार 280 श्रद्धालु ही केदारनाथ पहुंचे हैं। बीते बुधवार को धाम में सिर्फ 1165 शिव भक्तों ने ही दर्शन किये थे, जो इस यात्राकाल में एक दिन में दर्शनार्थियों की सबसे कम संख्या है।
दूसरी तरफ यात्रा की रफ्तार थमने से कारोबार पर भी असर पडऩे लगा है। केदारघाटी के बाजारों में अब ढूढऩे से दुकानदारों को ग्राहक नहीं मिल पा रहे हैं। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी यही स्थिति बनी हुई है। यात्रियों की संख्या में कमी होने से पैदल मार्ग से धाम तक टेंट संचालकों को बुकिंग नहीं मिल पा रही है। केदारनाथ में कैंटीन का संचालन करने वाले राकेश नेगी ने बताया कि यात्रा में 75 फीसदी से अधिक की कमी आने कारोबार ठप सा हो गया है। वहीं, गढ़वाल मंडल विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक गिरवीर सिंह रावत ने बताया कि यात्रा कम होने से प्रतिदिन कई बुकिंग भी रद्द हो रही हैं। साथ ही फैमली शूट, डॉरमैट्री और टेंट कॉलोनी में कई बेड खाली रह रहे हैं। केदारनाथ में श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी युदवीर पुष्पवाण ने बताया कि जून तीसरे सप्ताह से यात्रा में कमी आने लगी थी। इन दिनों प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार यात्री ही धाम पहुंच रहे हैं।
होटल व्यवसाय पर पड़ा प्रभाव
मानसून की बारिश शुरू होते ही केदारघाटी के होटल व्यवसाय पर भी असर पडऩे लगा है। यात्रा के पहले महीने से ही होटल व्यवसायी बुकिंग नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। अब, अधिकांश होटल संचालकों के 65 से 80 फीसदी तक कमरे खाली रह रहे हैं।
श्रीकेदार धाम होटल एसोशिएशन के सचिव नितिन जमलोकी ने बताया कि गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग और गौरीकुंड में होटल कारोबारियों को प्रतिदिन गिनती की बुकिंग मिल पा रही हैं। उधर, केदारनाथ में पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष महेश बगवाड़ी ने बताया कि यात्रा कम होने से व्यवसायिक गतिविधियां भी थम गई है।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
