श्रीनगर, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने एसकेयूएएसटी-कश्मीर के पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन संकाय, शुहामा में पशु रेशा गुणवत्ता आश्वासन प्रयोगशाला के उद्घाटन का स्वागत किया है और इसे घाटी के पश्मीना उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया है।
चैंबर ने कहा कि यह प्रयोगशाला पश्मीना की शुद्धता और प्रामाणिकता की रक्षा करेगी कारीगरों और हितधारकों को नकली उत्पादों से बचाने के लिए वैज्ञानिक परीक्षण और प्रमाणन प्रदान करेगी और घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उपभोक्ताओं का विश्वास मजबूत करेगी।
केसीसीआई ने भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा अनंतनाग, बांदीपोरा, बारामूला, बडगाम, कुलगाम और श्रीनगर में कारीगर समूहों के बीच मॉडिफाइड मॉडर्न स्टील कार्पेट लूम्स के वितरण की भी सराहना की। उन्नत करघों से बुनाई की सटीकता में वृद्धि, उत्पादकता में वृद्धि और उन कारीगरों के लिए काम करने की स्थिति में सुधार की उम्मीद है जो लंबे समय से पुराने उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं।
आधुनिक करघों के पहले के वितरण को याद करते हुए केसीसीआई ने कहा कि इस पहल से पहले ही दक्षता में वृद्धि हुई है शारीरिक तनाव कम हुआ है और तैयार कालीनों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। चैंबर ने घाटी में और अधिक कारीगर परिवारों तक पहुँचने के लिए इस योजना का विस्तार करने का आह्वान किया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
