


झाबुआ, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के विभिन्न नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में पवित्र श्रावण मास में शिवाभिषेक के माध्यम से शिव आराधना का सिलसिला जारी है। इस मास में जिले के विभिन्न नगरीय क्षेत्रों में कांवड़ यात्रा की धूम मची हुई है। इन कांवड़ यात्राओं में पैदल चलकर प्राचीन शिवालयों में पवित्र जलाशयों का जल शिव को समर्पित किया जा रहा है, यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित बच्चे भी सहभागी बन रहे हैं। कांवड़ यात्रा के साथ ही विभिन्न मंदिरों में शिव रुद्राभिषेक भी किया जा रहा है।
जिले के थान्दला में रविवार को इमली गणेश मित्र मंडल द्वारा कांवड़ यात्रा निकाली गई। यात्रा थांदला के अंबिकेश्वर महादेव मंदिर से रवाना होकर 14 किलोमीटर दूर हनुमंत निवास आश्रम पीपलखूंटा पहुंची। इस यात्रा में महिलाओं सहित पांच से सात वर्ष के बच्चे भी शामिल हुए, जिन्होंने 14 किलोमीटर पैदल चलकर पीपलखूंटा के शिवालय में अभिषेक किया। जिले के मेघनगर में भी महिलाओं ने कांवड़ यात्रा के माध्यम से प्राचीन शिवालय में शिव जलाभिषेक किया। महिलाओं द्वारा की गई यह कांवड़ यात्रा मेघनगर के गणेश मंदिर से प्रस्थित होकर करीब तीन किलोमीटर दूर ग्राम खच्चातोड़ी स्थित हरिओम मंदिर पहुंची जहां महिलाओं ने भगवान् शिव को पवित्र जल समर्पित किया। थांदला में श्री हनुमान अष्ट मंदिर से निकली एक अन्य कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित पुरुष नगर से करीब पांच किलोमीटर दूर श्री स्वयंभू माता मंदिर की पहाड़ी पर पहुंचे जहां शिव अभिषेक किया गया।
जिले के विभिन्न नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में एक तरफ जहां कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है, वहीं दूसरी तरफ रुद्राभिषेक के माध्यम से भी जिले के प्राचीन शिवालयों में शिव रुद्राभिषेक कर शिव आराधना की जा रही है। जिला मुख्यालय के हूड़ा स्थित शिवालय, जिले के पेटलावद जनपद क्षेत्र अंतर्गत अनास नदी के तट पर स्थित श्री श्रृगेश्वर धाम शिवालय, पेटलावद नगर में अहिल्याबाई होलकर द्वारा स्थापित श्री नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर एवं थांदला नगर में पद्मावती नदी किनारे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं श्री हरि हरेश्वर मंदिर में श्रावण सोमवार पर रुद्राभिषेक का सिलसिला जारी है।
—————
(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
