Uttrakhand

कांवड़ यात्रा भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक तरीका: बिष्णुु दास

कांवडि़यों को भोजन विरित करते हुए

हरिद्वार, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रीगुरू सेवक निवास उछाली आश्रम में कॉवडि़यों के लिए जारी सेवा शिविर में मंगलवार को बड़ी संख्या में कॉवडि़यों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही 12 जुलाई से प्रारम्भ हुए कॉवड़ सेवा एवं भण्डारा शिविर का मंगलवार को समापन हो गया। .

श्री गुरूसेवक निवास उछाली आश्रम परमाध्यक्ष महंत बिष्णु दास ने कहा कि कांवड़ यात्रा भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक तरीका है। श्रद्वालु गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक करके अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं और पापों से मुक्ति पाते हैं। उछाली आश्रम का पहला प्रयास यहां आने वाले शिवभक्तों की यथासंभव सेवा है। सेवा शिविर में प्रतिदिन हजारों शिवभक्तों को प्रसाद भोजन एव चाय ंनाश्ता,पानी नियमित रूप से उपलब्ध कराया गया।

महाराज ने कहा कि सभी शिवभक्त सकुशल अपने अपने नजदीक के शिवालय में जलाभिषेक करे,यही मॉ गंगा से कामना है। उन्होने कहा कि कहा कि श्रावण मास में करोड़ों शिवभक्त तीर्थनगरी से गंगाजल लेकर विभिन्न प्रांतों में स्थित विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं।

महंत बिष्णु दास ने कहा कि कांवड़ सेवा का महत्व भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। बताया कि श्रावण के महीने में कावडि़यों की सेवा का बहुत महत्व है। कावडि़यों की सेवा करके, भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। शिविर संचालन में सहयोग करने वालों में महंत प्रेमदास, महंत सीताराम दास, महंत कन्हैया दास, पुनीत दास, राजाराम, गगन बापूरिया, सुभाष चंदवानी, सुरेश खेड़ा, अशोक हलुवाई, हर्षित आहूजा, गिरधारी लाल आदि शामिल रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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