
मंडी, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) मंडी जिला में भारी बारिश के चलते सराज, करसोग, धर्मपुर, नाचन, सदर मंडी, एनएच-21 मंडी-मनाली में भारी तबाही हुई है। आपदा के इस शोर में द्रंग विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख केंद्र कटौला बाजार के धंसाव के खतरे को अनदेखा किया जा रहा है। जबकि हाल ही में हुए भू-धंसाव की वजह से कटौला बाजार में ग्रामीण बैंक के सामने से लेकर नेगी के ढाबे तक करीब चौतीस दुकानों और करीब तीन घरों के वजूद पर खतरा मंडरा रहा है।
मंडी-कुल्लू वाया कटौला सड़क के किनारे स्थित इस बाजार के साथ ही इस महत्वपूर्ण सड़क को भी खतरा हो सकता है। क्योंकि इस बाजार के साथ सटी यह सड़क तभी तक सुरक्षित है जब तक कटौला मार्किट सुरक्षित है। यह सड़क वैकल्पिक रूप से मंडी-कुल्लू की लाइफ लाइन है। मगर लोकनिर्माण विभाग पूरी तरह से आंखें मूंदे हुए है।कटौला बाजार के लोगों की हालत ये है कि आगे कुआं तो पीछे खाई है। यहां पर करीब दस दुकानों और तीन घरों के पिछवाड़े नींव तक भूमि का कटाव हो गया है और लगभग सौ फुट की सीधी ढांक बन गई है। जबकि सामने लोकनिर्माण विभाग की ड्रेन जिसमें कटौला अस्पताल से लेकर लोगों के घरों और दुकानों तथा बाजार का पानी आता है, जो अपने साथ रेत-बजरी बहाकर लाता है और सब खतरे में पड़ी इन दुकानों के सामने जमा हो जाता है। जिसकी वजह से यहां पर पानी का बहाव रूक जाता है। जिसका रिसाव खतरे की जद में आई दुकानों और मकानों के नीचे से हो रहा है।
स्थानीय निवासी, परस राम, परम देव, विनोद कुमार, गेहर, मोती राम आदि ने बताया कि लोकनिर्माण विभाग की यह ड्रेन पूरी तरह से टूटी-फूटी है, जिसकी वजह से सड़क में भी गडढे पढ़ गए हैं, बार-बार लोकनिर्माण विभाग के समक्ष फाेन पर शिकायत करने पर एक बार भी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि विभागीय लापरवाही के चलते उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
इधर, द्रंग के पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर ने स्थानीय दुकानदारों से मुलाकात कर उनका दुख साझा किया। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कटौला की इस समस्या को गंभीरता से लिया जाए। जिला मुख्यालय से बड़े अधिकारी ग्राउंड जीरो पर जाकर जायजा लें और इस बाजार को बचाने का प्रयास किया जाए।
वहीं पर स्थानीय पंचायत के उप प्रधान शिवचंद ने बताया कि ड्रेन की इस समस्या को लेकर लोक निर्माण विभाग को अवगत करवा कर इसकी मुरम्मत प्राथमिकता के आधार पर करवाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायत की ओर से भी इस बारे प्रस्ताव जिला प्रशासन का भेजा जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
