
कठुआ 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । कठुआ के उपायुक्त राजेश शर्मा ने कार्यभार संभालने के बाद उपायुक्त कार्यालय परिसर के सम्मेलन कक्ष में जिला और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ एक परिचयात्मक बैठक की अध्यक्षता की।
यह बैठक उपायुक्त की जिले के प्रशासनिक तंत्र के साथ पहली औपचारिक बातचीत थी। उन्होंने समग्र विकास और कुशल जन सेवा वितरण के उद्देश्य से एक परिणाम-उन्मुख, समावेशी और उत्तरदायी शासन मॉडल विकसित करने पर जोर दिया। उपायुक्त ने जवाबदेही, पारदर्शिता, कार्य संस्कृति और दक्षता पर आधारित शासन ढाँचे की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने अधिकारियों को सरकारी योजनाओं और प्रमुख कार्यक्रमों का प्रभावी क्षेत्रीय कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि इनका लाभ जमीनी स्तर तक पहुँच सके। उन्होंने सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने और विभिन्न क्षेत्रों में पहले से किए जा रहे अच्छे कार्यों को और आगे बढ़ाने का आह्वान किया। एक समन्वित प्रशासनिक प्रयास की आवश्यकता पर बल देते हुए उपायुक्त ने सभी विभागों से आपसी तालमेल से काम करने, प्रक्रियागत बाधाओं को दूर करने और विकास कार्यों के क्रियान्वयन में तेजी लाने का आग्रह किया। जिला पूंजीगत व्यय के अंतर्गत प्रमुख लक्ष्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए, उन्होंने समयबद्ध परियोजनाओं को पूरा करके ठोस परिणाम प्राप्त करने पर जोर दिया। उपायुक्त ने अधिकारियों को सेवाएँ प्रदान करते समय जनता के प्रति सहानुभूतिपूर्ण और सम्मानजनक दृष्टिकोण बनाए रखने का भी निर्देश दिया। आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी विभागों से जिला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार घनिष्ठ समन्वय से काम करने को कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह समारोह उचित तरीके से मनाया जाए। बैठक में नशीली दवाओं के खतरे, हर घर तिरंगा अभियान के कार्यान्वयन, शिकायत निवारण के लिए जेके समाधान पोर्टल और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए जेके सेहत एप्लिकेशन के बारे में जागरूकता फैलाने सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
इससे पहले, उपायुक्त ने मुख्य सचिवों के आगामी पाँचवें राष्ट्रीय सम्मेलन के मद्देनजर स्कूल शिक्षा विभाग के उप-विषय पर हितधारकों की एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 पर सभी हितधारकों से प्रतिक्रिया एकत्र करना था। उपायुक्त ने निर्धारित प्रारूप पर सभी संबंधित हितधारकों से सुझाव प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि एनईपी-2020 के कार्यान्वयन को तदनुसार पुनर्गठित किया जा सके। उन्होंने प्रतिभागियों से नीति के प्रमुख पहलुओं को ध्यान से पढ़ने और निर्धारित समय सीमा में प्रारूप भरकर बहुमूल्य सुझाव देने का आग्रह किया। बैठक में एडीडीसी कठुआ सुरिंदर मोहन, एडीडीसी कठुआ विश्वजीत सिंह, एडीडीसी बसोहली पंकज मंगोत्रा, सीईओ बीडीडीए अतुल गुप्ता, सीईओ बीबडीए बाबू राम टंडन, एडीडीसी बिलावर विनय खोसला, एसीआर विश्व प्रताप सिंह, एसीडी अखिल सदोत्रा, सीपीओ रंजीत ठाकुर, जीएम डीआईसी मुश्ताक चैधरी, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति, जेपीडीसीएल के कार्यकारी अभियंताओं के अलावा अन्य जिला अधिकारी भी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
