
—विद्वत परिषद ने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित और पुरस्कृत करने के प्रस्ताव को दी मंज़ूरी
वाराणसी,28 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । विद्यार्थियों में शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने, और मान्यता देने की अपनी प्रतिबद्धता को क्रियान्वित करते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू ) ने इस दिशा में एक नई पहल किया है। शैक्षणिक विषयों पर नीति निर्धारण करने वाली विश्वविद्यालय की सर्वोच्च संस्था ने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी।
विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों में संचालित सभी स्नातक एवं स्नातकोत्तर कार्यक्रमों — नियमित एवं विशेष पाठ्यक्रमों — के विद्यार्थी इन वार्षिक पुरस्कारों के लिए पात्र होंगे। इन पुरस्कारों का उद्देश्य विभिन्न विषयों में शैक्षणिक उत्कृष्टता को सम्मानित और प्रोत्साहित करना है। कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी की अध्यक्षता में आयोजित विद्वत परिषद की बैठक में ‘विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार’ आरंभ करने के प्रस्ताव को उत्साहजनक रूप से स्वीकृति प्रदान की गई। परिषद के सदस्यों ने इस निर्णय को ऐतिहासिक और अत्यंत आवश्यक क़दम बताया। प्रो. चतुर्वेदी के विश्वविद्यालय के कुलपति का पद संभालने के बाद विद्वत परिषद की यह पहली बैठक रही।
विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क कार्यालय ने रविवार को यह जानकारी दी। बताया गया कि स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, 8.5 या इससे अधिक सीजीपीए प्राप्त करने वाले विद्यार्थी इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। पुरस्कार में नकद राशि और उत्कृष्टता प्रमाणपत्र शामिल होगा। प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को क्रमशः ₹25,000, ₹20,000 और ₹15,000 की नक़द राशि प्रदान की जाएगी। जिन स्नातक या स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में 100 से अधिक विद्यार्थी हैं, उनमें तीन पुरस्कार दिए जाएंगे। 50 से 100 विद्यार्थियों वाले कार्यक्रमों में दो पुरस्कार होंगे, जबकि 50 से कम विद्यार्थियों वाले कार्यक्रमों में केवल एक पुरस्कार दिया जाएगा।
प्रस्ताव को विद्वत परिषद के समक्ष प्रस्तुत करते हुए छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा ने कहा कि यह पुरस्कार विश्वविद्यालयों में बीएचयू की साख में वृद्धि करेगा।
—हमें बीएचयू में मेधा, परिश्रम और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना चाहिए
प्रस्ताव को स्वीकृति देने पर शैक्षणिक परिषद का आभार जताते हुए कुलपति प्रो.अजित चतुर्वेदी ने कहा कि हमें बीएचयू में मेधा, परिश्रम और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना चाहिए और उसका सम्मान करना चाहिए। हमें ऐसे विद्यार्थियों की पहचान में तत्पर रहना चाहिए जो उल्लेखनीय शैक्षणिक प्रदर्शन करते हैं और विश्वविद्यालय का मान बढ़ाते हैं। हम विद्यार्थियों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं। यह पुरस्कार सभी विभागों के विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और प्रेरणा की नई भावना उत्पन्न करेगा ताकि वे उत्कृष्टता की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहें और सफलता की ओर अग्रसर हों। यह पुरस्कार शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा और विद्यार्थियों को श्रेष्ठ शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करेगा।
—————
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
