Delhi

कपिल मिश्रा ने किया ‘इंद्रप्रस्थ एंथम’ का लोकार्पण

नई दिल्ली, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पुराना इंद्रप्रस्थ किला में आज दिल्ली सरकार एवं द्रौपदी ड्रीम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में ‘ग्रैंड कल्चरल इवनिंग एंड लॉन्च ऑफ इंद्रप्रस्थ एंथम’ का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने ‘इंद्रप्रस्थ एंथम’ का लोकार्पण किया।

कार्यक्रम में हरीश भिमानी (प्रसिद्ध वॉयस आर्टिस्ट – “मैं समय हूं”, बीआर चोपड़ा की महाभारत), डॉ. वाईएस रावत (महानिदेशक, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग), पद्मश्री केके मुहम्मद (पुरातत्वविद) और नीरा मिश्रा (संस्थापक एवं अध्यक्ष, द्रौपदी ड्रीम ट्रस्ट) जैसे विशिष्ट अतिथियों ने उपस्थिति दर्ज की।

सांस्कृतिक संध्या में “श्रीकृष्ण-द्रौपदी संवाद – डिकोडिंग महारानी द्रौपदी” नामक विशेष कथक नृत्य-नाट्य भी प्रस्तुत किया गया, जिसने दर्शकों को महाभारत कालीन इंद्रप्रस्थ की सांस्कृतिक महिमा से रूबरू कराया।

इस कार्यक्रम में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा का यह पावन दिन और पुराना किला — यह दोनों दिल्ली के असली इतिहास के साक्षात प्रतीक हैं। आज हम सब मिलकर उस इतिहास को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं जिसे वर्षों तक छिपाया गया या विकृत रूप में प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली के झूठे इतिहास को समाप्त कर सच्चे इतिहास को दुनिया के सामने लाया जाए। हमारी संस्कृति, कला, भोजन, परंपरा और पर्यटन — इन सभी में जो मौलिक भारतीय आत्मा है, उसे फिर से पहचान और प्रतिष्ठा दिलाना हमारा संकल्प है।

मंत्री कपिल मिश्रा ने ये भी कहा कि कार्तिक पूर्णिमा ही दिल्ली के वास्तविक स्थापना दिवस के रूप में देखी जानी चाहिए। इतिहास में दिल्ली का असली स्थापना दिवस कार्तिक पूर्णिमा ही है क्योंकि यही वह दिन है जब इंद्रप्रस्थ नगरी की स्थापना हुई थी। यह नगर स्वयं भगवान श्रीकृष्ण और पांडवों के काल से जुड़ा हुआ है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में धार्मिक-आध्यात्मिक पर्यटन को विकसित करने की दिशा में सरकार निरंतर काम कर रही है। छठ पूजा से लेकर दीपावली तक, हर पर्व पर राजधानी के घाटों और स्थलों को स्वच्छ, सुरक्षित और आस्थापूर्ण वातावरण देने का प्रयास किया गया है। इस बार छठ पर्व पर यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी व्रती माता-बहन को गंदे या प्रदूषित जल में स्नान न करना पड़े सभी स्थानों पर निर्मल जल उपलब्ध कराया गया।

कपिल मिश्रा ने बताया कि पहली बार दिल्ली सरकार द्वारा हिंदू नववर्ष, नवरात्रि और देव दीपावली जैसे आयोजनों को राजकीय स्तर पर मनाया गया है।

दिल्ली के इतिहास और वर्तमान दोनों पर जो कालिमा थी, उसे मिटाकर हम सब मिलकर सच्चे सांस्कृतिक गौरव की पुनर्स्थापना करेंगे। दिल्ली को ‘इंद्रप्रस्थ’ के रूप में फिर से पहचाना जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव