


कोलकाता, 19 जून (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की कालीगंज विधानसभा सीट पर गुरुवार को हुए उपचुनाव में 69.85 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। इसके साथ इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और वाम मोर्चा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई।
कालीगंज विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस विधायक नासिरुद्दीन अहमद के निधन के बाद हुए उपचुनाव में आज यहां मतदान हुआ। इस सीट पर टीएमसी ने नासिरुद्दीन अहमद की 38 वर्षीय बेटी और कॉरपोरेट पृष्ठभूमि से आने वाली अलिफा अहमद को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने आशीष घोष मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने काबिलउद्दीन शेख को वामदलों के समर्थन से उतारा है।
सुबह नौ बजे तक मात्र 10.83 फीसदी वोट पड़े थे लेकिन दोपहर तक मतदान की रफ्तार बढ़ी और शाम तक आंकड़ा 69.85 फीसदी पर पहुंच गया। चुनाव आयोग के अनुसार, बारिश थमने के बाद महिलाओं सहित बड़ी संख्या में मतदाता बूथों पर पहुंचे।
भाजपा प्रत्याशी आशीष घोष ने आरोप लगाया कि कई मतदान केंद्रों पर अमिट स्याही ठीक से नहीं लगाई गई। इसके अलावा भाजपा और कांग्रेस ने कुछ बूथों पर अपने एजेंटों को बैठने से रोके जाने का आरोप तृणमूल पर लगाया, जिसे टीएमसी ने खारिज कर दिया।
वोटरों को नदी पार कराते समय भैरवी नदी में हुई दुर्घटना से कुछ समय के लिए मतदान प्रभावित हुआ। वहीं 167 नंबर बूथ पर ईवीएम में तकनीकी खराबी आने से मतदा प्रक्रिया देर से शुरू हो सकी।
इस उपचुनाव के नतीजे 23 जून को घोषित किए जाएंगे। सभी प्रमुख दलों ने अपनी जीत के दावे किए हैं।
इस बार कालीगंज सीट पर कुल मतदाता संख्या दो लाख 52 हजार 670 है। चुनाव आयोग द्वारा हाल में जारी अंतिम मतदाता सूची से पांच हजार 840 नाम हटाए गए हैं, जिनमें तीन हजार 426 मतदाता मृत पाए गए। क्षेत्र में अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है, जो चुनाव के नतीजों में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
