
कैलाश मानसरोवर यात्रा दल काे बूंदी या गुंजी सुरक्षित पहुंचाने का प्रयास: कमिश्नर
हल्द्वानी, 6 अगस्त (Udaipur Kiran) । कुमाऊं मंडल में बीते तीन दिनों से लगातार भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भारी बारिश के चलते कैलाश मानसरोवर यात्रा रोक दी गई है। इसी बीच मौसम विभाग ने फिर अगले 24 घंटे में कुमाऊं के छह जिलों में अत्यंत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने बुधवार को बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा को स्थिति सामान्य होने तक रोका गया है। यात्रा का चौथा दल धारचूला तक तो सुरक्षित पहुंच गया है, लेकिन धारचूला से लिपुलेख के बीच लगातार भूस्खलन के कारण सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा को वहीं पर रोक दिया गया है। उन्हाेंने बताया कि प्रशासन की कोशिश है कि यात्रा दल को जल्द ही बूंदी या गुंजी सुरक्षित पहुंचाया जा सके।
बारिश का सबसे अधिक असर कुमाऊं की जीवनरेखा मानी जानें वाली सड़कों पर पड़ा है। कुमाऊं कमिश्नर ने बताया कि पूरे मंडल में 71 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। नैनीताल जनपद में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद हैं, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित है। मैदानी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भी गंभीर होती जा रही है। बाजपुर में पानी भरने से जनजीवन प्रभावित है और कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है।
इसी बीच पिथौरागढ़ जिले के क्वीटी गांव में भारी बारिश के चलते 8 मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है, हालांकि राहत की बात यह है कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। कुमाऊं मंडल के सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। एनएच, लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार मौके पर कार्यरत हैं।
(Udaipur Kiran) / अनुपम गुप्ता
