
नाहन, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । संत बाबा इक़बाल सिंह की दिव्य प्रेरणा से स्थापित अकाल अकादमी बडू साहिब ने अपना 39वां स्थापना दिवस शनिवार को अत्यंत उत्साह, श्रद्धा और आध्यात्मिक भावनाओं के साथ मनाया। अकादमी के सुरम्य परिसर में आयोजित इस भव्य समारोह में विद्यार्थियों, शिक्षकों और विशिष्ट अतिथियों ने भाग लेकर संस्था की चार दशक लंबी शिक्षा यात्रा को नमन किया — एक ऐसी यात्रा जो आध्यात्मिकता, अनुशासन और मूल्यनिष्ठ शिक्षा पर आधारित है।
कार्यक्रम का शुभारंभ एनसीसी बालिकाओं द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर और सलामी समारोह से हुआ। इसके उपरांत मशाल प्रज्वलन और विद्यार्थियों द्वारा श्रद्धामयी गुरबाणी कीर्तन ने वातावरण को भक्ति रस से भर दिया।
दिवसभर चले कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। आकर्षक ऑर्केस्ट्रा, मार्शल आर्ट, खेल प्रतियोगिताएँ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण रहीं। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण थीम प्रस्तुति “रीबिल्ड पंजाब – इन रेज़िलिएंस, वी राइज़” रही, जिसने संस्था के नैतिक पुनर्जागरण और सामाजिक उत्थान के संदेश को सशक्त रूप से अभिव्यक्त किया।
इस अवसर पर कलगीधर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. दविंदर सिंह जी ने कहा कि अकाल अकादमी आध्यात्मिक और शैक्षणिक रूपांतरण का प्रतीक है। पिछले 39 वर्षों से बाबा इक़बाल सिंह जी की दृष्टि ने हमें प्रेरित किया है —शिक्षा के माध्यम से पंजाब के पुनर्निर्माण के लिए; एक बच्चे, एक मूल्य के रूप में। हमारा मिशन अनुशासित, करुणामय और प्रकाशमान नागरिकों का निर्माण करना है।
(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर