
– तीसरी बार टेटरा क्षेत्र में पहुंचकर 2 दिन से डाला है डेरा , ग्रामीण क्षेत्रों में भय का माहौल
-लोकेशन के साथ वन विभाग की टीम कर रही निगरानी
मुरैना, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के श्योपुर कूनो नेशनल पार्क से ज्वाला चीता अपने तीन शावकों से साथ मुरैना जिले के रगजाधर के पुरा के जंगल में पहुंच गई है। चीता को देखकर चरावाहों के होश उड़ गए। श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से चीता के भागने का मामला सामने आया है।
ज्वाला नामक चीता को अपने 3 शावकों के साथ मुरैना जिले के सबलगढ़ टेंटरा में देखा गया है। जंगल में पशु चराने निकले काशीराम कड़ेरा चीता को देख पत्थरों में इधर-उधर भागे । जिससे कहीं पैर में तो कही सिर में चोट लगी। काशीराम की दो बकरियों को भी चीतों ने भोजन बना लिया। ज्वाला चीता भैरों बाबा मंदिर के पास जंगल में मौजूद है। जो कि नेशनल पार्क से लगभग 30 किलोमीटर दूर है। ग्राम पंचायत टेंटरा क्षेत्र में 4 चीता के पहुंचने की खबर सुनकर स्थानीय लोगों में डर के माहौल बना हुआ है।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है :
काशीराम ने कहा कि सुबह बकरी लेकर जंगल की ओर निकल रहा था, तभी भैरो बाबा के पास के जंगल में चीता नजर आया मैं अचानक से देखकर चौंक गया। इसकी सूचना फौरन वन विभाग और कूनो सेंचुरी को देते हुए बताया कि कूनो सेंचुरी से भागकर 2 नर और 2 मादा चीता शनिवार की सुबह टेंटरा जंगल में पहुंच गए।
ग्रामीण लोकेश त्यागी का कहना कूनों सेंचुरी से यह चीता बार-बार इस क्षेत्र में वातावरण अनुकूल होने के कारण यहां आ जाते हैं।अपनी मर्जी के अनुसार यहां रहते हैं । कूनों सेंचुरी एवं वन विभाग की टीम को बार-बार आना पड़ता है। यहां के जंगल में उनके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं वन विभाग करनी जानी चाहिए। जिससे ग्रामीण जनों को खतरा कम हो सकता है।
वन विभाग एसडीओ कुलदीप राजोरिया का कहना कूनो सेंचुरी एवं वन विभाग की टीम चीतों का अभी भी रेस्क्यू करने में जुटी है, 2 दिन से टैंटरा एवं रामपहाड़ी क्षेत्र में ही लोकेशन मिल रही है। किसी भी ग्रामीण जन को कोई नुकसान नहीं पहुंचे इसके ध्यान रखा जा रहा है। अभी उनके जाने के बारे में कुछ नहीं कह सकते।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेंद्र
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा
