CRIME

जिला कारागार में आत्महत्या करने वाले बंदी के मामले में होगी न्यायिक जांच

वरिष्ठ जेल अधीक्षक आलोक सिंह ।

लापरवाही बरतने के आरोप में एक बंदी रक्षक हो चुका है निलंबित

मुरादाबाद, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिला कारागार मुरादाबाद में बंद रामपुर निवासी आसाराम उर्फ आशे द्वारा फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच की जाएगी। इसके लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को पत्र भेजा है। इस मामले में जेल प्रशासन ने लापरवाही बरतने के आरोप में एक बंदी रक्षक को निलंबित कर दिया था।

रामपुर जिले के सैफनी थाना क्षेत्र के गांव चौकोनी निवासी आसाराम उर्फ आशे (29 वर्ष) को बिलारी थाने की पुलिस ने 27 अक्तूबर 2024 को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपित ने बिलारी थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों में से एक को मंदिर से लौटते समय अगवा कर लिया था। इसके बाद 13 साल की किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था। आरोपित आसाराम उर्फ आशे के पैर में गोली लगी थी ओर वह छड़ी के सहारे चलता था। जेल में वह बंदी रक्षक संजय मिश्रा की निगरानी में था।

बीते सप्ताह बुधवार की शाम वह शौचालय गया था। इसके बाद काफी देर तक बाहर नहीं निकला। शौचालय में ही वह गमछे से फंदा बनाकर रोशनदान के सहारे लटक गया था। अन्य बंदियों की नजर पड़ी तो जेल में हड़कंप मच गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि उसकी मौत फंदे पर लटकने के कारण हुई है। इस मामले में डीआईजी जेल कुंतल किशोर ने जेल में आकर जांच की थी। बंदियों और बंदी रक्षकों के अलावा जेल अधिकारियों के बयान दर्ज किए थे। लापरवाही के आरोप में जेल प्रशासन ने बंदी रक्षक संजय मिश्रा को निलंबित कर दिया।

इस बाबत वरिष्ठ जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने मंगलवार को बताया कि मामले में न्यायिक जांच के लिए सीजेएम को पत्र भेजा गया है।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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