
कोलकाता, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । सॉल्ट लेक स्थित पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग मुख्यालय विकास भवन के बाहर मंगलवार को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, एसएफआई के छात्र-छात्राए कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया और जॉइंट एंट्रेंस संयुक्त प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर जुटे थे। पुलिस ने बिना अनुमति आयोजित इस प्रदर्शन को रोकने के लिए सख्ती दिखाई।
बताया गया है कि प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही एसएफआई राज्य समिति के सदस्य शुभजीत सरकार और संगठन के अन्य नेता आकाश कर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसकी निंदा करते हुए सरकार ने कहा है कि हमने विकास भवन के बाहर एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान किया था। हमारी मांगें स्पष्ट हैं— सरकार को यह बताना चाहिए कि कॉलेजों में कक्षाएं कब से शुरू होंगी और जॉइंट एंट्रेंस का परिणाम कब जारी होगा। लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही हमें गिरफ्तार कर लिया गया।
छात्र नेताओं का आरोप है कि शिक्षा विभाग और राज्य सरकार छात्रों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है। उनका कहना है कि दाखिला प्रक्रिया में देरी और परिणाम की घोषणा न होने से हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।
प्रदर्शनकारियों ने करुणामयी से विकास भवन तक जुलूस निकाला, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड लगाए। दोपहर करीब 2:30 बजे जब छात्र विकास भवन पहुंचे, तो वहां पहले से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
वामपंथी दलों ने पुलिस कार्रवाई को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है। उनका कहना है कि छात्र समुदाय अपनी पढ़ाई और भविष्य को लेकर सवाल उठा रहा है, और सरकार को जवाब देना चाहिए, न कि आवाज़ दबाने की कोशिश करनी चाहिए।
वहीं, प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि इस प्रदर्शन के लिए पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। अशांति फैलने की आशंका को देखते हुए विकास भवन और आसपास के इलाकों में दिनभर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
