
भाेपाल, 17 जून (Udaipur Kiran) । राजधानी भोपाल में स्थित प्रतिष्ठित हमीदिया महाविद्यालय इन दिनों एक नए विवाद की चपेट में आ गया है। कॉलेज परिसर में स्थित मस्जिद को लेकर छात्रों और फैकल्टी सदस्यों ने सुरक्षा, अनुशासन और पढ़ाई के माहौल पर सवाल खड़े किए हैं। जिसके बाद अब इस मामले में राजनीति भी तेज हाे गई है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पूरे मामले काे लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्हाेंने कहा है कि मामले को लेकर प्राचार्य ने जो शिकायत की है उस पर विभाग इंचार्ज, उच्च विभाग ज्वाइंट कमेटी बनाए।
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने मंगलवार काे मीडिया काे दिए बयान में कहा कि परीक्षा में अगर नमाज के दौरान डिस्टर्ब होता है, तो सुप्रीम कोर्ट (एससी) के निर्देश है कोलाहल एक्ट के तहत मौलवी खुद से हटाए। लोगों में दहशत पैदा करना ठीक नहीं है। इकट्ठा होकर दहशत फैलाना सही नहीं है। शिक्षा में किसी का दखल बर्दाश्त नहीं होगा। हमारी सरकार किसी को सता नहीं रही है। कांग्रेस बता दें क्या करना है, इंद्रिरा भवन, कांग्रेस कार्यालय में नमाज करा कर दिखाएं। अकल के दुश्मन है कांग्रेस, एजुकेशन में रुकावट है।
उन्हाेंने कहा, बेटा-बेटियों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। दूसरों के घर में तमाशा देखना सही नहीं है। वहीं स्टेट साइबर सेल की एडवाइजरी पर बीजेपी विधायक ने कहा कि जिसके पिता को नहीं जानते उससे दोस्ती नहीं करें। लव जिहाद के लिए कलावा बांधा, मंदिर गए, बाद में सूटकेस में मार कर डाला गया। जिस धर्म में भाई बहन का रिश्ता नहीं, वहां नहीं जाए। हर हिंदू को जागना होगा, बेटी की रक्षा करनी होगी।
नेता प्रतिपक्ष बाेले- अजान के समय परीक्षा नहीं होती
दूसरी तरफ इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि कॉलेज के समय अजान नहीं होती है। अजान का समय सुबह होता है उस वक्त परीक्षा नहीं होती है। ध्रुवीकरण और सांप्रदायिकता फैलाने के लिए ये बीजेपी का एजेंडा है। बच्चों के हित में जो सही वो फैसला लेना चाहिए।
गाैरतलब है कि हमीदिया कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. पुष्पलता चौकसे ने उच्च शिक्षा विभाग के एसीएस अनुपम राजन से इसकी शिकायत की है। उन्होंने बताया कि कॉलेज के पास बनी मस्जिद में अजान के कारण परीक्षा के दौरान छात्र डिस्टर्ब होते हैं। नीट सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान यह समस्या सामने आई है। यहां अध्यनरत छात्रों का भी आरोप है कि मस्जिद में नमाज के दौरान बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है, जिससे कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर होती है और साथ ही क्लासरूम में पढ़ाई और परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य बाधित होते हैं। उच्च शिक्षा विभाग की वीसी में कॉलेज प्रिंसिपल ने यह मुद्दा उठाया है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
