Jammu & Kashmir

जेकेपीसीसी पूरे जम्मू-कश्मीर में चुनाव आयोग-भाजपा की मिलीभगत से वोट चोरी के खिलाफ चलाएगी एक व्यापक हस्ताक्षर अभियान

श्रीनगर, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) पूरे जम्मू-कश्मीर में चुनाव आयोग-भाजपा की मिलीभगत से वोट चोरी के खिलाफ एक व्यापक हस्ताक्षर अभियान चलाएगी ताकि लोगों को भाजपा के अलोकतांत्रिक और अनैतिक कदमों के बारे में जागरूक किया जा सके, जो सत्ता में बने रहने और सभी मोर्चों पर अपनी घोर विफलता को छिपाने के लिए चुनावों में हेराफेरी करने के लिए अपनाए गए हैं।

वोट चोरी भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती पेश कर रही है जिसे कांग्रेस देश में लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा के लिए हराएगी। केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से लोकतंत्र पर हमला हो रहा है।

सत्तारूढ़ दल द्वारा संस्थाओं का व्यवस्थित क्षरण गंभीर परिणामों से भरा है जिसे न तो स्वीकार किया जाएगा और न ही बर्दाश्त किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने आज श्रीनगर पार्टी कार्यालय में कश्मीर प्रांत के समन्वयकों और जिला अध्यक्षों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।

इस अवसर पर बोलते हुए तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और भाजपा की मिलीभगत का पर्दाफाश किया है जिन्होंने वोटों की चोरी रोकने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने के बजाय वोटों में हेराफेरी के बारे में तथ्य पेश किए। चुनाव आयोग ने चुनावी धोखाधड़ी को छिपाने के लिए विपक्ष के नेता से हलफनामा मांगा।

कर्रा ने आगे कहा कि चुनाव आयोग एक स्वायत्त चुनाव निकाय है जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने और चुनाव संचालन के दौरान पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ज़िम्मेदार है लेकिन विडंबना यह है कि चुनाव आयोग खुद सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुँचाने के लिए वोट चोरी को बचा रहा है और प्रोत्साहित कर रहा है जिसके भारतीय लोकतंत्र पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

जेकेपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि हम चुनावी हेराफेरी के खिलाफ राहुल गांधी की अडिग लड़ाई में जनता का समर्थन जुटाने के लिए पूरे जम्मू-कश्मीर में एक हस्ताक्षर अभियान शुरू कर रहे हैं और जब तक ज़िम्मेदारी तय नहीं हो जाती और वोट चोरी बंद नहीं हो जाती हम चैन से नहीं बैठेंगे।

कर्रा ने कहा कि राज्य के दर्जे के लिए जोरदार लड़ाई जारी रहेगी और उन्होंने पार्टी नेताओं से अपने-अपने जिलों में और अधिक जनसंपर्क कार्यक्रमों के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।

इस अवसर पर उपस्थित और बोलने वालों में विधायक निज़ाम उद दीन भट, विधायक इरफ़ान हफ़ीज़ लोन, पूर्व विधायक बशीर अहमद मगरे, विधायक अब्दुल रहीम राथर, अब्दुल गनी खान, निसार अहमद मुंडो, जीएसओ आबिद अहमद भट (कश्मीरी) मीडिया समन्वयक आदिल फारूक मीर (लासजन), सुहैल बुखारी डीसीसी अध्यक्ष इरफान नकीब, जफर फारूक सलाती, अब्दुल रशीद लोन, मीर इकबाल, उमर जान शेख ऐजाज, एर.मुजफ्फर डार, मुश्ताक अहमद तांत्रे, रेयाज मन्हास और अन्य शामिल थे।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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