

जींद, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आईपीएस वाई पूरन कुमार मामले में सुसाइड करने वाले मृतक एएसआई का अंतिम संस्कार गुरूवार को उनके पैतृक गांव जुलाना में किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान सरकार के मंत्रियों, गणमान्यों सहित पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सरकार के हर प्रतिनिधि से मृतक परिवार ने एक ही बात की कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
मृतक एएसआई का शव जुलाना उनके पैतृक आवास पर पहुंचा। इस दौरान हर किसी की आंखें नम रही। अंतिम यात्रा में मंत्री श्रुति चौधरी, मंत्री महिपाल ढांडा, हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडौली, रणबीर गंगवा सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए। हर कोई संदीप की बहादुरी और नेकदिली की बात कर रहा था। मृतक एएसआई संदीप लाठर के घर पहुंची विधायक विनेश फौगाट ने कहा कि सरकार को लिखित में सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देना चाहिए। उन्होंने भी कई लड़ाईयां लड़ी हैं।
इसलिए परिवार के लोगों के साथ-साथ उनको भी इस बात का अंदेशा है कि कहीं बाद में प्रशासन व सरकार जो वायदे किए हैं, उनसे मुकर नहीं जाए। विनेश फौगाट ने कहा कि जब लोगों को इंसाफ नही मिलता तो वह पुलिस के पास जाते हैं। आज प्रदेश में पुलिस अधिकारी ही आत्महत्या कर रहे हैं तो आप सोच सकते हैं, यह प्रदेश कहां जा रहा है। संदीप लाठर ने जिस आस और उम्मीद में अपनी जान दी है, वह पूरी होनी चाहिए।
म्हारा भाई कमजोर नही था, पूरी जांच होनी चाहिए : बहन
विधायक विनेश फौगाट के सामने संदीप लाठर की बहनों ने रोते हुए कहा कि उनका भाई कमजोर नहीं था। वह शेर जैसा था, यह कदम उसने जब चारों तरफ रास्ते बंद हो गए तब उठाया है। दोनों बहनों ने कहा कि जब से वाई पूरन का मामला हुआ, तभी से उसका भाई परेशान था। जो नाइंसाफी हो रही थी, उसको लेकर वह सभी लोगों के पास गया लेकिन उसके साथ कोई खड़ा नहीं हुआ। जब उसे लगा कि इस नाइंसाफ के खिलाफ कोई खड़ा नहीं हो रहा है तो उसने खुद भी इस लड़ाई को लडऩे की सोची लेकिन वह लड़ाई लड़ नहीं सका। इसी कारण मजबूरी में उसने यह कदम उठाया है। उसके भाई ने आत्महत्या नहीं की है, वह शहीद हुआ है। उनका परिवार देश के लिए लड़ा है,उसके भाई ने यह कदम जब चारों तरफ से रास्ते बंद हो गएए तब उठाया है।
मृतक परिवार को मिलेगा न्याय : श्रुति चौधरी
मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि बहुत दुखद घटना हुई है। वो पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने आई हैं। वो बताना चाहती हैं कि प्रशासन व सरकार की तरफ से उन्हें न्याय मिलेगा। सख्त कार्रवाई होगी और दूध का दूध पानी का पानी होगा। सब चीजों का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने परिवार से बात की है और परिवार को आश्वासन दिया है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा