
जींद, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला एवं सत्र न्यायाधीश पूनम सुनेजा ने मंगलवार को कलाम बाल आश्रम व जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ सीजेएम मोनिका साथ रही। जिला कारागार निरीक्षण के दौरान उन्होंने कैदियों व हवालातियों से बातचीत कर उनके केस में आ रही कठिनाइयों को सुना व समस्याओं को समाधान संबंधी जानकारी दी।
इसके अलावा जेल में बंद कैदियों से अपील की कि यदि किसी व्यक्ति को अपने केस की पैरवी के लिए अधिवक्ता की जरूरत है तो वह मुक्त कानूनी सहायता के लिए प्राधिकरण के अधिवक्ता की सेवाएं ले सकता है। इसके बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कलम बाल आश्रम का भी औचक निरीक्षण किया तथा आश्रम में रह रहे बच्चों से बातचीत की तथा बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी हासिल की। उन्होंने बच्चों से उनके खाने-पीने, रहने सहने के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश पूनम सुनेजा ने कलाम बाल आश्रम के स्टाफ को निर्देश दिए कि बच्चों की देखरेख में कोई कमी नहीं आनी चाहिए तथा बच्चों के स्वास्थ्य व शिक्षा से संबंधित कोई भी लापरवाही ना की जाए। सीजेएम मोनिका ने जेल प्रशासन को महिला बंदियों को समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कानूनी सलाह रहन-सहन खाने पीने से संबंधित जरूरी निशा निर्देश दिए जेल में अपनी माता के साथ रह रहे बच्चों को स्पेशल दायित्व है उचित शिक्षा व्यवस्था के दिशा निर्देश दिए।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा