Haryana

जींद : अनाथ व बेसहारा बच्चों को मिलेगा नया आशियाना

डीसी मोहम्मद इमरान रजा।

जींद, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । अनाथ और बेसहारा बच्चों को अब जिला में एक नया आशियाना मिलेगा। उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा रोहिल्ला के दिशा-निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा फोस्टर केयर (पालक परिवार) योजना शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य ऐसे बच्चों को एक सुरक्षित, प्यार भरा और अस्थायी घर उपलब्ध कराना हैए जिसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा रोहिल्ला ने बुधवार काे बताया कि फोस्टर केयर एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें बच्चे अपने असली माता.पिता के बजाय उन पालक परिवारों के साथ रहते हैं जो उनकी देखभाल और पालन पोषण की जिम्मेदारी लेते हैं। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता उनका पालन नही कर सकते, या जो बाल देखरेख संस्थानों में हैं और जिन्हें गोद नही लिया गया है या जिनके माता-पिता जेल में हैं या गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं, उन्हें पालक परिवारों के साथ तीन साल तक की अवधि के लिए रखा जा सकता है।

पालक परिवार को बच्चे की देखभाल के लिए मिलेंगे चार हजार

इस योजना के तहत हर पालक परिवार को बच्चे की देखभाल के लिए प्रति माह 4000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाई मिल कर योग्य पालक परिवारों की सूची तैयार करती है और फिर चयनित बच्चों को उन परिवारों में सौंपा जाता है।

पालक दंपतियों के लिए कुछ मापदंड तय किए गए हैं जैसे कि दोनों पति व पत्नी भारतीय नागरिक हों, उनकी उम्र 35 वर्ष से अधिक हो, वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हों, बच्चे की देखभाल करने में सक्षम हों और उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड न हो। साथ ही वे बच्चे की स्थिति पर होने वाली फॉलोअप बैठकों में भाग लेने को भी तैयार हों। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि इच्छुक पालक परिवार जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग जींद से संपर्क कर सकते हैं। यह योजना इन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और समाज में सहानुभूति व संवेदना की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।

(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा

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