
जींद, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । हांसी ब्रांच नहर में पैर फिसलने से एक युवक डूब गया। 14 घंटे बाद भी युवक का कोई सुराग नही लग पाया है। परिजनों और पूर्व पार्षद के आरोप हैं कि प्रशसान ने समय पर उनकी मदद की। इसके चलते युवक के मिलने में देरी हो रही है। गुरूवार को भी नहर में सर्च अभियान जारी रहा। जानकारी के अनुसार जींद की विश्वकर्मा कॉलोनी का 22 वर्षीय मोहित मजदूरी का कार्य करता था। मोहित के पिता सेवाराम की कई साल पहले मौत हो चुकी है। बुधवार रात को 12 बजे के करीब मोहित घर की तरफ जा रहा था तो हांसी ब्रांच नहर की पटरी से उसका पैर फिसल गया और वह नहर में जा गिरा।
इस समय हांसी ब्रांच नहर में पानी किनारों तक आया हुआ है, इस कारण पानी के तेज बहाव में बह गया। हालांकि मौके पर मौजूद एक दो युवक ने बताया कि डूबते समय मोहित चिल्लाया भी था लेकिन पानी का बहाव ज्यादा था। मोहित के डूबने की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और उसकी तलाश शुरू की। झांझ गेट पुलिस चौकी को सूचना दी गई। पूर्व पार्षद रिंकू नागर ने कहा कि पुलिस को सुबह आठ बजे सूचना दे दी गई थी लेकिन 12 बजे पुलिस के दो कर्मचारी पहुंचे और 10 मिनट रूक कर वापस लौट गए।
प्रशासन की तरफ से उन्हें समय पर मदद नहीं मिली। इस कारण कॉलोनी के ही युवा मोहित को ढूंढने का प्रयास कर रहे है। रिंकू नागर ने कहा कि मोहित परिवार का इकलौता कमाने वाला लड़का था। वह अविवाहित था और अपनी मां के साथ रहता था। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई कि गोताखोर बुलाकर मोहित को ढूंढवाया जाए।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
