
झज्जर, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । एक गर्भवती महिला को अवैध रूप से गर्भपात किट बेचने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। दुकानदार के खिलाफ कारवाई उस वक्त की गई जब किट के इस्तेमाल से हालत बिगड़ने पर महिला नागरिक अस्पताल झज्जर पहुंची। यहां डॉक्टर ने उससे पूछताछ की तो महिला ने बताया कि उसने उक्त दुकान से गर्भपात किट 800 रुपये में खरीदी थी।
दरअसल, शुक्रवार को सिविल सर्जन झज्जर डॉ जयमाला के संज्ञान में आया कि सिविल अस्पताल झज्जर में एक गर्भवती महिला एडमिट हुई, जिसकी हालत अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से गंभीर है और उसको गांव के किसी केमिस्ट ने गर्भपात की गोली खिलाई हैं। डॉ. निधि द्वारा दी गई सूचना की पुष्टि के लिए सिविल सर्जन झज्जर ने एक टीम का गठन किया। जिसमें पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. संदीप कुमार, डॉ. हर्षदीप, ड्रग कंट्रोल अधिकारी सुरेश कुमार वर्मा व विनोद कुमार शामिल रहे।
टीम ने मरीज से पूछताछ की तो पता लगा कि तुंबाहेड़ी गांव में कपिल मेडिकोज से रणबीर नाम के केमिस्ट ने उसको 800 रुपये में गर्भपात की गोलियां दी थी, जिनको खाने के बाद उसकी हालत खराब हो गई। टीम ने मरीज के बयान दर्ज किए और कपिल मेडिकोज तुम्बाहेड़ी जाकर केमिस्ट शॉप संचालक रणबीर से पूछताछ की और छानबीन की। जिसमें केमिस्ट शॉप के रिकॉर्ड में अनियमिताएं मिली। इसके बाद टीम ने केमिस्ट शॉप को सील करके रणबीर को पुलिस के हवाले कर दिया और उसके खिलाफ एमटीपीए बीएनएस एवं ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया।
सिविल सर्जन झज्जर ने बताया कि सरकार के आदेश अनुसार अब हर एक गर्भवती महिला को आशा और आंगनवाड़ी वर्कर के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है। साथ ही ऐसे सभी केमिस्ट शॉप संचालकों व अन्य मेडिकल प्रैक्टिस करने वालों को सख़्त चेतावनी देते हुए कहा कि पांच सौ से सात सौ रुपये के लालच में अवैध रूप से गर्भपात किट बेचकर गर्भवती महिलाओं की जान को खतरे में डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा ।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि जिले में सभी सरकारी हॉस्पिटल व बीस से ज्यादा रजिस्टर्ड प्राईवेट हॉस्पिटल हैं जिनमें गर्भपात करवाना लीगल है। जहां गर्भवती महिला की प्राइवेसी पूरी तरह से बनाकर रखी जाएगी। उसके बारे में किसी से कोई जानकारी साझा नहीं की जाएगी। सरकारी अस्पतालों में गर्भपात की गोलियां फ्री में उपलब्ध हैं।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
