
-झज्जर जिले के 2000 से अधिक मंदिरों में लाखों लोगों ने किया शिव जलाभिषेक
झज्जर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । बुधवार को श्रावणी शिवरात्रि पर्व के अवसर पर जिले के शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। शिव जलाभिषेक के लिए सुबह चार बजे ही श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचना शुरू हो गए थे। पूरा दिन हर-हर महादेव के नारों से शिवालय गूंजते रहे। शिव भक्तों ने हरिद्वार से लाई गई कांवड़ भी शिवालयों में चढ़ाई और भगवान शिव से सुख समृद्धि के लिए मन्नत मांगी। पुरुषों, महिलाओं और युवक युवतियों ने व्रत भी रखा। जिले के 2500 से अधिक मंदिरों में लाखों भक्तों ने शिव जलाभिषेक किया गया।
महाशिवरात्रि पर शहर व ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों के शिव भक्तों में उत्साह रहा। सड़कों पर जहां डाक कांवड़ लाने वालों के बम भोले नारे गूंज रहे थे तो शिवालयों में हर-हर महादेव के साथ मंदिरों के घंटे- घड़ियाल भी माहौल को भक्तिमय बना रहे थे। सुबह सवेरे ही मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे।
झज्जर के प्रसाद गिरी मंदिर समेत तमाम मंदिरों, बहादुरगढ़ में अनाज मंडी के शिव मंदिर व सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर-6 के निकट स्थित राजराजेश्वरी शक्तिपीठ मंदिर, सेक्टर 2 स्थित गौरी शंकर मंदिर, शहर की में बाजार स्थित सनातन धर्म महावीर, मुरली मनोहर मंदिर, आर्य नगर के गौरी शंकर मंदिर, जटवारा मोहल्ला स्थित तीन शक्ति मंदिर, गांव कसार स्थित गायत्री शक्तिपीठ, कसारेश्वर महादेव मंदिर और बादली सहित सभी गांव के 2500 से अधिक मंदिरों में शिवरात्रि की धूम रही।
शिवरात्रि पर्व पर गांव बिरधाना में मेला लगा। जिसमें गांव बिरधाना के साथ-साथ महराना, गुढ़ा, दुजाना सहित अन्य गांवों के ग्रामीण भी पहुंचे। ग्रामीणों ने यहां प्राचीन शिव मंदिर में जलाभिषेक किया और पूजा-अर्चना की। बाद में बच्चों व महिलाओं ने मेले में जमकर खरीददारी भी की। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का यह मंदिर वर्षों पुराना है और शिवलिंग मानव निर्मित न होकर प्राकृतिक है। शिवरात्रि पर मंदिरों की नगरी बेरी भी भोले बाबा के जयकारों से गूंज उठी। मंदिरों में रात के बारह बजे के बाद जल चढ़ाने वालों की लाइन लग गई।
बेरी के बड़ा महादेव मंदिर में सबसे ज्यादा श्रद्धालु जल चढ़ाने के लिए आए। यहां बेरी पुलिस ने भी सुरक्षा के इंतजाम कर रखे थे। बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग हर कोई भोले बाबा की आराधना मेें लीन रहा। बेरी के माता भीमेश्वरी देवी मंदिर की तरह बड़ा महादेव महाभारत काल के समय से हैैैै। इस मंदिर में 12 गांव की महिलाएं सजधज कर नाचते गाते हुए पूजा अर्चना के लिए पहुंची। बड़ा महादेव के अलावा बेरी के पंचमुखी, इमली वाला मंदिर, देवी जी मंदिर, बालाजी मंदिर, नवदेसर मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर बाबा का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर में पूजा करने आए भक्तों ने बताया कि महाभारत काल से इस मंदिर में पूजा अर्चना की परंपरा चली आ रही हैैै।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
