

छिंदवाड़ा, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया में जहरीली कफ सिरप पीने के बाद हुई बच्चों की मौतों पर सियासत गरमाती जा रही है। कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी सोमवार को छिंदवाड़ा के जुनारदेव पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। यहां न सिर्फ उन्होंने पीड़ित परिवारों से एक एक करके बातचीत की, बल्कि सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए तीन जिम्मेदारों के इस्तीफे की मांग कर दी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी सुबह 11 बजे परासिया पहुंचे। उन्होंने यहां डब्ल्यूसीएल (वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) परिसर के ऑफिस में पीड़ित परिवारों के सदस्यों से वन-टू-वन बात की और घटना की पूरी जानकारी ली। यहां जीतू ने शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना दी और मुख्यमंत्री से हर परिवार को एक एक करोड़ रुपए मुआवजा राशि देने की मांग की। यहां नहीं उन्होंने इस मामले के मूल दोषियों पर कार्रवाई करने के तहत साथ ही उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग उठाई। जीतू पटवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री, कमिश्नर सहित ड्रग कंट्रोलर को इस्तीफा देना चाहिए। बच्चों की मौत की जो कालिख सरकार के चेहरे पर लगी है, उसे अब सीएम पोंछने आ रहे हैं। सरकार है या सर्कस?’
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि जिन 16 बच्चों की मौत हुई है, उनमें से कुछ यहां मौजूद है। एक परिवार का छोटा बेटा है बीमार हुआ दवाई दी, लेकिन वो मर गया। जो था सब चला गया… कुछ नहीं बचा। एक सात साल के बच्चे को बचाने के लिए परिवार का सब कुछ चला गया, लेकिन बचा नहीं पाए। उन्होंने कहा कि एक पिता ने ऑटो बेच कर इलाज करवाया, फिर भी नहीं बचा। ऐसे अलग अलग परिवार की अलग अलग कहानी है। जब इनसे पूछ रहे हैं कि दोषी कौन है तो इन्हें बस दुख है, आंखो में आंसू है। पीसीसी चीफ ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जिस सिरप से मौत हुई उसे क्लीन चिट दे रहे हैं।
आज जो स्थिति है इस प्रदेश की, मुझे बहुत दुख है। जब एमपी में बच्चों की मौत हो रही थी तो वो पूजा पाठ में लगे थे। वो हाथी को गन्ना खिला रहे थे। अगर थोड़ी भी संवेदना हो तो आप स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करो, मैन्युफ़ैक्चरर को बर्खास्त करो। पटवारी छिंदवाड़ा कलेक्टर से मुलाकात के बाद कांग्रेस द्वारा आयोजित अनशन कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके साथ जिले के सभी कांग्रेस विधायक और पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद हैं।हालांकि, इस संवेदनशील मामले को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
