
भाेपाल, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से हुई मासूम बच्चाें की माैत मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
जीतू पटवारी ने रविवार काे बयान जारी कर कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक और दुखद है कि मध्य प्रदेश सरकार ने उन चेतावनियों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया, जो पहले ही तमिलनाडु सरकार द्वारा दी गई थीं। तमिलनाडु ने स्पष्ट रूप से बताया था कि कोल्ड्रिफ कफ सिरप में कुछ ऐसे हानिकारक तत्व मौजूद हैं, जो बच्चों की जान ले रहे हैं। इसके बावजूद, मध्य प्रदेश सरकार ने न केवल इस सिरप को क्लीन चिट दी, बल्कि इसकी बिक्री और वितरण को भी निर्बाध रूप से जारी रखने की अनुमति दी। यह सरकार की घोर लापरवाही और बच्चों के जीवन के प्रति उसकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा मांगा
उन्होंने आगे कहा कि क्या मध्य प्रदेश सरकार को बच्चों की जान लेने का लाइसेंस मिल गया है? यह सवाल हर उस माता-पिता के मन में है, जिन्होंने अपने बच्चों को इस त्रासदी में खोया है। यदि सरकार में जरा भी नैतिकता और जवाबदेही बची है, तो उसे तत्काल स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा मांगना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री की यह जिम्मेदारी थी कि वे इस मामले में समय रहते कार्रवाई करते और बच्चों की जान बचाने के लिए ठोस कदम उठाते। लेकिन उनकी निष्क्रियता और अक्षमता ने इस त्रासदी को और गंभीर बना दिया। पटवारी ने इस मामले में त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, हम मांग करते हैं कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, जिसमें यह स्पष्ट किया जाए कि आखिर क्यों इस सिरप को बाजार में बिकने दिया गया, जबकि इसके खतरों की जानकारी पहले से उपलब्ध थी। दोषी अधिकारियों और कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही, पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
पीसीसी चीफ पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। हम इस मुद्दे को सड़क से लेकर सदन तक उठाएंगे और तब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
