
जामताड़ा, 16 नवंबर। झारखंड के जामताड़ा में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे में विशाल यादव की मौत हो गई, जबकि उसका भाई गंभीर रूप से घायल है और धनबाद के शाहिद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमसीएच) में इलाजरत है। परिजनों का आरोप है कि दुर्घटना के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिसके चलते स्थिति और गंभीर हो गई।
हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफ़ान अंसारी शनिवार रात नारायणपुर प्रखंड के पोस्ता गांव पहुंचे और शोकग्रस्त परिवार से मुलाकात की। इस दौरान परिजनों ने मंत्री के सामने एसएनएमसीएच के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि समय पर उचित इलाज न मिलने के कारण विशाल की जान नहीं बच सकी।
घटना के बाद इलाज में संभावित लापरवाही की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य मंत्री नाराज दिखे। उन्होंने फोन पर चिकित्सा अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ड्यूटी छोड़कर निजी प्रैक्टिस करने वालों पर जीरो टॉलरेंस अपनाया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही साबित होने पर बिना नोटिस सीधे निलंबित किया जाएगा।
मंत्री ने एसएनएमसीएच प्रबंधन को आदेश दिया कि सुपरिंटेंडेंट तुरंत आईसीयू जाकर मरीज की स्थिति की निगरानी करें और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तत्काल गठित करें। उन्होंने कहा कि अस्पताल में पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं, इसलिए अनावश्यक रेफर नहीं किया जाएगा।
डॉ. अंसारी ने स्पष्ट किया कि सरकारी डॉक्टरों का दायित्व केवल वेतन लेना नहीं, बल्कि मरीजों की जान बचाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और वह स्वयं मामले की निगरानी कर रहे हैं।
मंत्री ने परिजनों को सांत्वना देते हुए मामले की जांच कराने और अस्पताल प्रबंधन से रिपोर्ट तलब करने का आश्वासन दिया। फिलहाल घायल युवक की हालत नाजुक बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही है।———–
(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar