
जम्मू, 30 जून (Udaipur Kiran) । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के क्षेत्रीय कार्यालय जम्मू ने जीवन प्रमाण अपडेट न कर पाने वाले पेंशनभोगियों की मदद के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। जम्मू डिवीजन के 10 जिलों में ऐसे पेंशनरों की पहचान की जा रही है, जो दूरी या अन्य कारणों से जीवन प्रमाण अपडेट नहीं करवा सके हैं, जिससे उनकी पेंशन रुक गई थी। ऐसा ही एक मामला काठुआ जिले के नागरी परोल गांव में सामने आया, जहां बबली की पेंशन केवल इसलिए रुक गई थी क्योंकि वह दूरस्थ गांव में रहने के कारण जीवन प्रमाण केंद्र तक नहीं पहुंच सकीं। इस पर बाल कृष्ण, लेखा अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ने लगभग 18 किलोमीटर की दूरी तय कर गांव पहुंचकर एफएटी तकनीक के माध्यम से न केवल बबली का बल्कि उनके बच्चों का भी जीवन प्रमाण अपडेट किया।
इसी प्रकार एक अन्य मामला बटोटे क्षेत्र में सामने आया, जहां सरला देवी की पेंशन भी जीवन प्रमाण अपडेट न होने के कारण बंद हो गई थी। वी. प्रथिमा, लेखा अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने 43 किलोमीटर का सफर तय कर उनके गांव में पहुंचकर एफएटी तकनीक से जीवन प्रमाण को अपडेट किया। क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त सुमीत सिंह ने बताया कि यह विशेष अभियान इसलिए चलाया जा रहा है ताकि किसी भी पेंशनभोगी की पेंशन सिर्फ तकनीकी कारणों या दूरी की वजह से न रुके। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में सभी जिलों में विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे ताकि ईपीएफ सदस्यों और पेंशनरों को समय पर सुविधाएं मिल सकें।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
