
पटना, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । बिहार में बीते शनिवार-रविवार को हुई मूसलाधार बारिश से सासाराम-रोहतास जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 पर बीते 48 घंटे से लगा 25 किलोमीटर लम्बा जाम मंगलवार देर शाम खुल गया है। हालांकि यह जाम औरंगाबाद से कैमूर तक फैला हुआ है।
दो दिनों पूर्व जिले में हुई मूसलाधार बारिश के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के विभिन्न जगहों पर सिक्स लेन निर्माण कंपनी द्वारा बनाए गए डायवर्सन एवं सर्विस लेन में पानी भर गया है। इतना हीं नहीं इन सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और जल जमाव के कारण गाड़ियां रेंगते हुए सड़क पार कर रही हैं, जिसके चलते जाम की समस्या विकराल हुई।
राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के दोनों लेन में बीते दो दिनों से लग रहे भीषण जाम के कारण हजारों गाड़ियां फंसी। हालत ऐसी कि जाम का दायरा 20 से 25 किलोमीटर तक फैल गया। सड़क जाम डेहरी ऑन सोन के कोयला डिपो से लेकर कैमूर जिले तक पहुंच गया। जिसकी वजह से वाहन चालकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
सड़क जाम में फंसे वाहन चालकों का कहना है कि टोल टैक्स, रोड टैक्स आदि देने के बाद भी हमें कई कई घंटों तक जाम का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर ना तो एनएचआई के कर्मी दिखते हैं और ना ही स्थानीय प्रशासन। उन्होंने कहा कि भूखे प्यासे चंद किलोमीटर का फैसला तय करने में भी घंटों लग रहे हैं।
सड़क जाम के कारण व्यवसाय पर भी बुरा असर पड़ा है। कच्चे खाद्य पदार्थों को लेकर जा रहे वाहन चालक इस भीषण जाम से भयभीत हैं और उन्हें नुकसान की चिंता सता रही है। इसके अलावा राहगीर, एंबुलेंस, आपातकालीन सेवा एवं टूरिस्ट वाहनों को भी इस भीषण जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर बीते कई महीनों से जगह-जगह ओवर ब्रिज एवं सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसको लेकर जगह-जगह डायवर्सन बनाए गए हैं, लेकिन इन सड़कों के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल करने से सड़क टूट चुकी है। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं, जिससे वाहनों का परिचालन प्रभावित हो रहा है। अगर जल्द हीं सड़कों की मरम्मती नहीं कराई गई, तो सड़क जाम की समस्या और भी विकराल हो सकती है।
पटना स्थित शिवमित्र अपार्टमेंट, विवेकानन्द मार्ग, बोरिंग रोड में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआई) के कार्यालय में जब फोन से बात करने की कोशिश की गई तो अधिकारी ने बिना ना बताए कोई जवाब नहीं दिया।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
