
शिमला, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बुधवार काे प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हिमाचल सरकार में हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और हाल ही में जल शक्ति विभाग में सामने आए मामले ने यह साफ कर दिया है कि किस तरह अधिकारी सत्ता के संरक्षण में नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जल शक्ति परियोजनाओं के टेंडर जानबूझकर छोटे-छोटे हिस्सों में बांटे गए ताकि चहेते लोगों को लाभ दिया जा सके। यह पूरा कार्य एक योजनाबद्ध तरीके से किया गया, जिसकी पुष्टि तब हुई जब उच्च न्यायालय ने संबंधित अधिकारी को हटाने और भविष्य में किसी महत्वपूर्ण पद पर न रखने के आदेश दिए। जयराम ठाकुर ने इस निर्णय के लिए न्यायालय का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक उदाहरण है। सरकार के अन्य विभागों की जांच की जाए तो अनेक घोटाले सामने आएंगे। जल शक्ति विभाग में पहले भी स्कूटर, मोटरसाइकिल और कार के नाम पर करोड़ों रुपये की सप्लाई और खुदाई दिखाकर घोटाले किए गए थे।
स्वास्थ्य विभाग पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत केंद्र से मिले 521.68 करोड़ रुपये के खर्च का हिसाब तक राज्य सरकार नहीं दे पाई है। उच्च न्यायालय ने 18 जुलाई को इस खर्च की जांच के निर्देश केंद्र सरकार को दिए हैं, जिससे साफ है कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी गड़बड़ी है।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सुख की सरकार भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है और जनता की भलाई की बजाय चहेतों को फायदा पहुंचाने में लगी है। उन्होंने पूरे सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
