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मेडिकल ऑफिसर को जॉब ट्रेनी कहना गलत : डॉ उदय सिंह

धर्मशाला, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्स ऐसोसिएशन (एचएमओए) जिला कांगड़ा की सीईसी की बैठक जोनल अस्पताल धर्मशाला में आयोजित की गई। इस मौके पर एचएमओए के अध्यक्ष डा. उदय सिंह, महासचिव डा. अंकुश भडियाला सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान एसोसिएशन ने वर्ष भर किए गए विभिन्न कार्यों को लेकर समीक्षा की।

बैठक के बाद एचएमओए के जिला अध्यक्ष डा. उदय सिंह व महासचिव अंकुश भडियाला ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सरकार द्वारा डाक्टरों को एनपीए नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस प्रदान नहीं किया जा रहा है, उसे जल्द से जल्द प्रदान किया जाए। साथ ही 4-9-14 को प्रदान करने की बात कही है, जिसे पड़ोसी राज्य पंजाब में भी प्रदान किया जा रहा है। अध्यक्ष ने कहा कि मेडिकल ऑफिसर को सेवा के दौरान जॉब ट्रेनी कहा जा रहा है, जो कि डाक्टरों को ठेस पहुंचा रहा है। एक साल की इंटरनशिप के बाद भी ट्रेनी कहे जाने को विरोध करते हुए इस शब्द को सरकार से हटाने की मांग रखी है।

डा. उदय ने कहा कि मेडिकल ऑफ्सिर के कई स्थानों पर पद खाली पड़े हुए हैं, जिन्हें जल्द से जल्द भरा जाए। कई स्थानों पर पदों के खाली होने पर डाक्टरों को लंबे-लंबे घंटे तक अपनी सेवाएं प्रदान की जा रही है, जिससे उनके स्वास्थय व मानसिक हेल्थ पर भी असर पड़ रहा है। एचएमओए के पदाधिकारियों ने कहा कि विशेषज्ञ डाक्टर एसआरशिप यानि सीनियर रजिडेंट करके अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, उनकी पदोन्नति नए मेडिकल कॉलेज में की जा रही है। जबकि अन्य स्थानों पर पद खाली पड़े हुए हैं, जिससे लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही है, ऐसे विषय को सरकार को देखना चाहिए। डा. उदय सिंह ने कहा कि डाक्टरों के खिलाफ इन दिनों सोशल मीडिया ट्रायल चलाया जा रहा है, जोकि सही नहीं है। इसके स्थान पर उचित कार्रवाई के लिए हायर ऑथोरिटी के पास शिकायत की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए, जिससे लोगों को भी न्याय मिल सके और डाक्टरों को भी अपनी बात रखने का सही प्रकार से मौका मिल सके। इस दौरान नेत्र रोग विभाग के विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र मन्हास सहित एचएमओए सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया

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