
मंडी, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जिला बाल संरक्षण इकाई मंडी द्वारा खंड करसोग में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में महिला एवं बाल विकास करसोग खंड के कर्मचारियों ने भगत लिया। इस अवसर पर ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी एन.आर. ठाकुर ने कहा कि मिशन वात्सल्य का उद्देश्य बालश्रम, बाल यौन उत्पीड़न व बाल भिक्षावृत्ति को रोकना, झुगी झोंपड़ी में रह रहे बच्चों को नशाखोरी से बचाना तथा यौन कर्मी व उपेक्षित वर्ग के बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना है। इसके अतिरिक्त, असहाय, अनाथ और जिन बच्चों को उचित देखभाल और सुरक्षा की जरूरत है उनकी मदद करना शामिल है जिसके लिए जिला बाल संरक्षण इकाई मंडी भरसक प्रयास कर रही है।
उन्होंने इस मौके पर मिशन वात्सल्य के विभिन्न घटकों,मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना तथा इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि विभाग के कर्मचारियों को सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पात्र बच्चा सरकार की योजनाओं से पीछे न छूट जाए तथा जिन्हें सुविधाओं की दरकार है, उन्हे बिना देरी यह लाभ मिलने चाहिए। संरक्षण अधिकारी शैलजा अवस्थी ने बाल विवाह के दुष्परिणामों, स्पॉन्सरशिप योजना, आफ्टर केयर योजना और दत्तक ग्रहण प्रक्रिया बारे में जानकारी प्रदान की जबकि विधिक एवं प्रोबेशन अधिकारी रमा कुमारी ने बाल यौन शोषण, पॉक्सो व किशोर न्याय अधिनियम बारे प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, डे स्टार पब्लिक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग एक जागरूकता कैंप का आयोजन भी किया गया ।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
