
तेल अवीव, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । इज़राइली सेना ने गाजा में मानवीय सहायता ले जा रहे नौ नावों के बेड़े को बुधवार तड़के भूमध्य सागर में रोक लिया। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लिया गया।
इज़राइली विदेश मंत्रालय ने बताया कि हिरासत में लिए गए 145 लोगों को जल्द ही निर्वासित किया जाएगा। इनमें डॉक्टर, राजनेता और तीन तुर्की सांसद समेत कई लो सवार थे। बेड़ा कुछ खाद्य सामग्री और चिकित्सा सहायता लेकर गाज़ा के अस्पतालों के लिए जा रहा था।
पिछले हफ्ते 450 से अधिक लोगों को 40 से अधिक नावों पर गाज़ा पहुंचने से रोका गया था। वे भी मानवीय सहायता लेकर जा रहे थे। इनमें यूरोपीय सांसद और जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल थीं। ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला नामक इस बेड़े काे राेकने की घटना की व्यापक आलोचना हुई और विराेध प्रदर्शन हुए थे। बेड़े से निर्वासित कुछ कार्यकर्ताओं ने इज़राइली गार्ड्स द्वारा उनसे दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया था जिसे इज़राइल ने खारिज कर दिया।
इस बीच इजराइल द्वारा कब्जे में ली गई नौ नावों पर सवार लोगों ने इस कार्रवाई को मनमानी और अवैध बताया। आयोजकों ने बताया कि नावों को गाज़ा तट से लगभग 120 समुद्री मील दूर रोका गया। आयोजकों द्वारा जारी वीडियो में देखा गया कि बेड़े की नावों के पास तेज़ गति वाली जहाज़ें आईं और फिर इज़राइली सैनिकों ने उन्हें अपने कब्ज़े में ले लिया। इस दाैरान किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस बीच इजराइली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर लिखा कि नौसैनिक नाकेबंदी तोड़ने और युद्ध क्षेत्र में प्रवेश करने का एक और निष्फल प्रयास विफल रहा। —————
(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
