
कोलकाता, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में जोरदार प्रदर्शन किया और पार्टी के इकलौते विधायक नौशाद सिद्दीक़ी सहित कई कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की। सिद्दीक़ी और उनके समर्थकों को बुधवार को हुए एक विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता स्थित बैंकशाल अदालत के बाहर नारेबाजी की, जहां विधायक को पेश किया गया है। वहीं, उत्तर 24 परगना जिले के हरोआ इलाके में आईएसएफ समर्थकों ने गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर टायर जलाए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने अदालत परिसर के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की और बैरिकेड लगाए ताकि प्रदर्शनकारी भीतर प्रवेश न कर सकें। साथ ही, पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों से इलाके में बने जाम को खत्म करने में सहयोग करने की अपील की।
आईएसएफ नेताओं ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण आंदोलन के बावजूद उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
पार्टी नेताओं ने कहा कि हमारे नेता और कई कार्यकर्ताओं को वक्फ संशोधन अधिनियम तथा भाजपा-शासित राज्यों में बंगाली प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करने पर गिरफ्तार किया गया है। यदि इन्हें तुरंत रिहा नहीं किया गया तो हमारा आंदोलन और तेज होगा।
बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिद्दीक़ी और अन्य कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी बुधवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम, बंगाली भाषी प्रवासियों के उत्पीड़न और विशेष मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया के खिलाफ हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई।
प्रदर्शन के दौरान आईएसएफ कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी। कोलकाता पुलिस की उपायुक्त (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी ने बुधवार को कहा था कि हमें ट्रैफिक सुचारू रखने के लिए अवरोध हटाने में न्यूनतम बल का प्रयोग करना पड़ा। किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
