
देहरादून, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार निगम की ग्राम सराय स्थित भूमि के क्रय में अनियमितताओं से संबंधित प्रकरण को लेकर कार्रवाई की गति तेज कर दी है। शासन ने अब इस प्रकरण में जांच अधिकारी नियुक्त कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार काे कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति पर दृढ़ता से कार्य कर रही है। पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर अनियमितता पाए जाने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी भी स्तर का अधिकारी क्यों न हो।
उन्हाेंने बताया कि शासन ने इस पूरे प्रकरण में तीन अधिकारियों जिसमें तत्कालीन जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी और तत्कालीन उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह (निलंबित) के विरुद्ध विभागीय जांच की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। उन्हाेंने बताया कि इस प्रकरण में निष्पक्ष जांच के लिए डॉ. आनन्द श्रीवास्तव (आईएएस) काे अपर सचिव अजयवीर सिंह के विरुद्ध जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उन्हें एक माह के भीतर जांच आख्या शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इस प्रकरण से संबंधित अन्य दो अधिकारियों को तत्कालीन जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेन्द्र सिंह और तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी के विरुद्ध चल रही विभागीय जांच के लिए सचिन कुर्वे (आईएएस) को जांच अधिकारी नामित किया है।
दरअसल, गृह विभाग के अनुसार प्रथमदृष्टया संलिप्तता पाए जाने के आधार पर अजयवीर सिंह के विरुद्ध उत्तराखंड सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली, 2003 (यथासंशोधित) के प्रावधानों के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रचलित की गई है। उन्हें पूर्व में आरोप पत्र निर्गत करते हुए अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया था, जिसके प्रत्युत्तर में उन्होंने 16 सितंबर को अपना लिखित अभिकथन प्रस्तुत करते हुए सभी आरोपों को अस्वीकार किया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
