-बाली में भगवान विष्णु की प्रतिमा गरुड़ विष्णु कंचन के नीचे होगा गीता पाठ
चंडीगढ़, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । इंडोनेशिया के बाली प्रांत में गीता वाणी की गूंज सुनाई देगी। हिंदू संस्कृति और सभ्यता को संजोये बाली प्रांत में 12 से 14 सितंबर तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन होगा। 12 सितंबर को बाली और इंडोनेशिया के प्रमुख राज नायकों को गीता भेंट की जाएगी और 13 सितंबर को गीता पाठ के साथ विधिवत रूप से गीता महोत्सव की शुरुआत होगी, जिसमें गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज भगवान श्रीकृष्ण का कर्म, धर्म और अध्यात्म संदेश सुनाएंगे।
इंडोनेशिया में छठा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 12 से 14 सितंबर तक आयोजित होगा। गीता महोत्सव के आयोजन की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। जल्द ही मुख्यमंत्री नायब सैनी के निर्देश में गीता प्रेमी तैयारियों को लेकर इंडोनेशिया रवाना होंगे। दरअसल, इंडोनेशिया का बाली प्रांत अपनी विशिष्ट हिंदू संस्कृति के लिए जाना जाता है, जो हजारों साल पुराने भारतीय प्रभाव से विकसित हुई है। यह संस्कृति दैनिक जीवन, वास्तुकला और त्योहारों में जीवंत है। भारतीय संस्कृति की तर्ज पर ही बाली में मंदिरों का विशेष महत्व है, जोकि कला और संस्कृति भारतीय विरासत को दर्शाती है, जिसमें भगवान विष्णु, राम और गणेशजी जैसे देवताओं की विशेष रूप से पूजा-अर्चना होती है।
विदेशी सरजमीं पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के छठे संस्करण की शुरुआत 13 सितंबर को गीता पाठ के साथ होगी। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की अगुवाई में शंखनाद और मंत्रोच्चारण के बीच गीता पूजन होगा। बाली के कल्चरल पार्क स्थित गरुढ़ विष्णु कंचन मूर्ति के नीचे गीता एग्जिबिशन, अंतरराष्ट्रीय गीता सेमीनार के साथ सांयकालीन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण-अर्जुन से जुड़े संवाद के साथ महाभारत का मंचन होगा। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज का कहना है कि तीन दिवसीय महोत्सव में वैश्विक गीता पाठ, सेमिनार, प्रदर्शनी, गीता यज्ञ और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भव्य रूप से होंगे। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भगवान गरुड़ की विशाल प्रतिमा वाले पवित्र स्थल बाली से गीता ज्ञान का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचेगा। 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता महोत्सव वर्ष 2016 में पहली बार मॉरिशस में मनाया था, जिसके बाद अब तक कनाडा, यूके, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी यह महोत्सव मनाया जा चुका है। इस बार छठा महोत्सव इंडोनेशिया में मनाया जाएगा। महोत्सव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
