Delhi

इंटर-स्टेट इन्वेस्टमेंट फ्रॉड गैंग का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

पुलिस का लोगो

नई दिल्ली, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल यूनिट ने एक बड़े इंटर-स्टेट साइबर धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिये लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर रहा था। इनके खिलाफ देशभर में 67 से अधिक शिकायतें दर्ज हैं, जिनमें फ्रॉड की रकम 10 करोड़ से ज्यादा है।

क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने शनिवार को बताया कि 14 जून, 2025 को दर्ज ई-एफआईआर के अनुसार, पीड़ित से फेसबुक मैसेंजर पर एक महिला ने संपर्क किया। बातचीत व्हाट्सऐप पर गई और उसने पीड़ित को एफएक्सप्रोविप डाॅट काॅम (fxprovip.com) नामक फर्जी ट्रेडिंग वेबसाइट पर निवेश करने के लिए तैयार कर लिया। धीरे-धीरे पीड़ित से 49.35 लाख रुपये ठग लिए गए। शिकायत दर्ज होने के बाद साइबर सेल ने तकनीकी विश्लेषण, वित्तीय ट्रेल और डिजिटल फुटप्रिंट की मदद से गिरोह का पर्दाफाश किया और 20 नवंबर को चार आरोपित अतुल कुमार (34), वर्षा शर्मा (35), अजय शर्मा (28) और रानी (54) को गिरफ्तार किया।

गैंग “म्यूल” बैंक खातों का इस्तेमाल करता था, जो आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के नाम पर खोले जाते थे। इन्हीं खातों के जरिए ठगी का पैसा घुमाया और निकाला जाता था। इसमें अजय शर्मा बड़े पैमाने पर म्यूल अकाउंट उपलब्ध कराने वाला प्रमुख सदस्य था। जबकि अतुल और वर्षा के खातों में 3.69 लाख रुपये की ठगी की रकम आई थी। जांच में पता चला है कि रानी के म्यूल अकाउंट में 3,00,008 रुपये ट्रांसफर हुए थे। जांच में सामने आया कि अजय शर्मा ने कई फर्जी बैंक खाते बनवाकर उनकी जानकारी अपने साथियों को दे दी थी।

पुलिस उपायुक्त के अनुसार जांच के दौरान इन बैंक खातों का लिंक देश के कई राज्यों जैसे कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु आदि में दर्ज 67 से अधिक साइबर धोखाधड़ी मामलों से मिला। इसमें ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे मामलों की शिकायतें भी शामिल हैं।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी