
बीकानेर, 17 जून (Udaipur Kiran) । अपर मंडल रेल प्रबंधक बीकानेर ने अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत उत्तर- पश्चिम रेलवे, के चूरू स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया एवं अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए।
अपर मंडल रेल प्रबंधक रूपेश कुमार ने बताया कि स्टेशन का पुनर्विकास कार्य तीव्र गति से चल रहा है इसके अंतर्गत स्टेशन भवन के समरूप में बड़े स्तर पर सुधार कार्य, स्टेशन की ओर आने-जाने वाले मार्ग में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग प्रावधान का कार्य, बाउंड्री वॉल, सर्कुलेटिंग एरिया में सौंदर्य करण, दोपहिया, चौपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग सुविधा, बुकिंग ऑफिस रिटायरिंग रूम आदि में सुधार, नए टॉयलेट ब्लॉक्स का कार्य अंतिम चरण में है और लगभग 85 प्रतिशत कार्य हो चुका है। लगभग 10.68 करोड़ की लागत से होने वाले पुनर्विकास कार्यों में उपरोक्त कार्यो के अलावा सौंदर्य वर्धन के लिए एलइडी लाइटिंग तथा दीवारों पर आर्टवर्क भी किया जायेगा।
अपर मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि स्टेशन के पुनर्विकास में स्थानीय कला एवं संस्कृति का समावेश भी किया जाएगा।
स्टेशन का मुख्य प्रवेश द्वार अत्यन्त आकर्षक है,जिसकी छत पर स्थानीय कला एवं संस्कृति का समन्वयं करते हुए कलाकारों द्वारा आकर्षक पेंटिंग की जाएगी। चूरू स्टेशन पर परंपरा के साथ आधुनिक सुविधाओं के समन्वय का आभास होगा।इन सभी सुविधाओं का दिव्यांगजनों तक पहुंच बनाने के लिए उपयुक्त साइनेज भी लगाया जाएगा। इसके अलावा यात्री सूचना प्रणाली में सुधार हेतु के कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड, मल्टीलाइन डिस्पले बोर्ड्स, सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, बड़े एलइडी स्क्रीन्स तथा जीपीएस आधारित डिजिटल क्लॉक भी लगाया जाएगा। 9.01 करोड रुपए की लागत से 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज भी बनाया जाएगा।
स्टेशन की प्रकाश व्यवस्था, सुगम,निर्बाध एवं निरंतर तकनीकी रेल कार्यों के संचालन हेतु हरित ऊर्जा उत्पादन हेतु लगभग 21 लाख रुपए की लागत से 40 किलोवाट का सोलर ऊर्जा प्लांट भी स्थापित किया जायेगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इस स्टेशन के पुनर्विकसित होने से यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी,आवागमन सुगम होगा एवं व्यापारी वर्ग भी लाभान्वित होगा। स्टेशन के पुनर्विकास से स्थानीय कारीगर एवं मजदूरों को रोजगार मिला है जिससे उनकी आय बढ़ी है।
अपर मंडल रेल प्रबंधक रूपेश कुमार ने संरक्षा की लेकर अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए, इस क्रम में रनिंग रूम का निरीक्षण करते हुए लोको पायलटों की काउंसलिंग भी की। अपर मंडल रेलवे प्रबंधक रूपेश कुमार ने आर्ट एक्सीडेंट लिफ्ट ट्रेन का भी निरीक्षण किया एवं संबंधित स्टाफ से आपातकालीन स्थितियों में शीघ्रता से निपटने के संबंध में प्रश्न किया जिसका उचित जवाब कर्मचारी एवं अधिकारियों ने दिया, इस पर दिए गए जवाबों अपर मंडल रेल प्रबंधक संतुष्ट हुये। मौके पर सभी सेफ्टी उपकरणों व दवाई आदि की बारीकी से जांच की जो की सभी पूर्ण रूप से सही,संख्या में पूरी एवं संचालित अवस्था में पाई गई। स्टेशन के पुनर्विकसित होने से पर्यटन,स्थानीय हस्तशिल्प कला आदि को बढ़ावा मिलेगा जिससे क्षेत्र की लोकप्रियता बढ़ेगी एवं साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इस अवसर पर सीनियर डीएसटीई ललित,वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी रणसिंह गोदारा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(दक्षिण) अमन अग्रवाल, वाणिज्य निरीक्षक राजूमल यादव सहित रेलवे के अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
