
कोरबा/जांजगीर-चांपा, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) ।जेल निरीक्षण समिति द्वारा जेलों में निरूद्ध बच्चों के सत्यापन के लिए जिला जेल खोखरा का आज निरीक्षण किया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई गजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि सभी बैरकों में समस्त बंदियों से उम्र संबंधी जानकारी लिये गये। जहां विधि के उल्लंघन करने वाले किशोर नही पाये गये। कुछ बंदियों द्वारा अवगत कराया गया कि उनके निवास स्थान में बच्चों का पालन-पोषण एवं देखरेख करने हेतु कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है। वह स्वयं व उसकी परिवार जेल में निरूद्ध है। ऐसे बंदियों के बच्चों की सूची तैयार की गई, जिसे बाल कल्याण समिति के माध्यम से संस्थागत संरक्षण प्रदान किया जावेगा।
जेल के कर्मचारीयों को निरीक्षण समिति द्वारा अवगत कराया गया कि जेलों में प्रवेश देते समय बंदी 18 वर्ष से कम के प्रतीत होने की स्थिति में या उम्र के प्रति संदेहास्पद होने के स्थिति में समिति के सदस्यों को तत्काल सूचना दी जावे ताकि समिति द्वारा उम्र सत्यापन के पश्चात किशोरों को संप्रेक्षण गृह में संरक्षण की प्रांरभिक कार्यवाही की जा सके।
निरीक्षण के दौरान जिला जेल निरीक्षण समिति के सदस्य जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेन्द्र सिंह जायसवाल, संरक्षण अधिकारी ज्योति मिश्रा, विधिक सह परीविक्षा अधिकारी सम्मेसिंह कवंर, सामाजिक कार्यकर्ता महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती संतोषी वैष्णव, सामाजिक कार्यकर्ता हर्षवर्धन सिंह, जेल अधीक्षक खोखरा डी. डी टोंडर सहित जेल के कर्मचारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी
