

धमतरी, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । धमतरी वित्तीय समावेशन योजनाओं के संतृप्ति हेतु चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत 18 सितंबर को बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा शंकरदाह ग्राम पंचायत में एक शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में संबंन्धित खातों की पुनः केवाईसी की गई।
भारतीय रिज़र्व बैंक, रायपुर के महाप्रबंधक मनीष पाराशर ने शिविर का दौरा किया और प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय निवासियों, व्यापार प्रतिनिधियों और बैंक अधिकारियों से इस विषय पर चर्चा की। देय खातों के केवाईसी विवरण के पुनः सत्यापन के महत्व पर जोर देते हुए, क्षेत्रीय निदेशक ने प्रतिभागियों को ऐसे खातों के री-केवाईसी को पूरा करने हेतु शिविर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि उन्हें निर्बाध रूप से विभिन्न बैंकिंग सेवाएं मिलती रहें। महाप्रबंधक ने शिविर के लिए बैंकों के प्रयास की सराहना की और प्रतिभागियों को केवाईसी के महत्व के बारे में बताया।
शिविर के दौरान उपस्थित लोगों को भारतीय रिज़र्व बैंक एकीकृत लोकपाल योजना 2021 और दावा न की गई जमा राशियों के बारे में जानकारी दी गई। डिजिटल धोखाधड़ी को रोकने के लिए अपनाई जाने वाले अच्छी आदतों को भी प्रतिभागियों के साथ साझा किया गया।
शिविर में कंडेल ग्राम पंचायत और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। साथ ही आम जनता द्वारा उठाए गए प्रश्नों का विधिवत समाधान किया गया। शिविर के दौरान भारतीय स्टेट बैंक, छ.ग.रा. ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक तथा बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधकगण तथा उनके बैंक मित्र उपस्थित थे, जिन्होंने ग्रामवासियों को पुनः केवाईसी प्रक्रिया में सहायता प्रदान की। अग्रणी जिला प्रबंधक ने बताया कि इस शिविर में 221 खातों की पुनः केवाईसी की गई।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
