Haryana

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने मानेसर गौशाला में पशु अस्पताल का किया उद्घाटन

मानेसर की गौशाला का निरीक्षण करते मंत्री राव नरबीर सिंह।

-गौशाला परिसर में पौधरोपण करके दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

-गौ सेवा के लिए निजी कोष से 11 लाख रुपये देने की घोषणा की

गुरुग्राम, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शुक्रवार को गुुरुग्राम के मानेसर गांव में स्थित बाबा न्यारम दास गौशाला में पशु अस्पताल का उद्घाटन किया। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए गौशाला परिसर में पौधरोपण किया। गौसेवा के लिए निजी कोष से 11 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।

राव नरबीर सिंह ने गौशाला समिति के कामों की सराहना करते हुए कहा कि गौ सेवा जैसे पुनित काम के लिए समिति के लोग बहुत मेहनत कर रहे है। समिति के सदस्य गौवंशों को आश्रय देने, स्वास्थ्य संबंधी जांच व उनके भोजन, पानी की व्यवस्था में लगे रहते हैं। बाबा न्यारम दास गौशाला इलाकें की सबसे बड़ी गौशाला है। अभी तक यहां गौवंशों के इलाज, जांच के लिए पशुपालन विभाग की ओर से सप्ताह में 2-3 बार डॉक्टर यहां आ रहे है। इस स्थायी अस्पताल के बनने के बाद गौवंशों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। अक्सर देखने में आता है कि बेसहारा गौवंशों को सड़काें पर चोट लग जाती है। समय पर इलाज न मिलने से अप्रिय घटना भी हो जाती है। अब बाबा न्यारम दास गौशाला में स्थायी अस्पताल बनने से मानेसर इलाकें में घूमने वाली व अन्य गौशालाओं में रह रहे गौवंशों को समय पर बेहतर इलाज मिलेगा।

उन्होंने आमजन से भी अपील करते हुए कहा कि गौसेवा के लिए आगे आएं और गौशाला में गौवंशों के लिए सुविधा बढ़ाने व बेहतरी के प्रयास करें। इस दौरान राव नरबीर सिंह ने अपने निजी कोष से गौशाला समिति को 11 लाख रुपये देने की घोषणा भी की। नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने कहा कि नगर निगम भी गौशाला की बेहतरी के लिए संभव प्रयास कर रहा है। गौशाला की भूमि का टाइटल गैर मुमकिन पहाड़ है, इसके चलते निगम यहां स्थायी निर्माण आदि नहीं कर सकता। पीने के पानी, अस्थाई शेड, लोहे की ग्रिल आदि लगाने की व्यवस्था करने में नगर निगम सहयोग करेगा।

इस दौरान गौशाला समिति के सदस्यों ने राव नरबीर के समक्ष गौशाला से संबंधित कुछ मांगें रखी। इन मांगों में गौशाला भूमि के साथ बने पॉलिटेक्निक कॉलेज के साथ भूमि विवाद, गौशाला में बिजली, पेंट, गांव नैनवाल से गौशाला तक पीने के पानी की लाइन डलवाने, गोवंशों के लिए एल आकार का शेड निर्माण आदि शामिल रहे। इन मांगों को उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने स्वीकार करते हुए संबंधित अधिकारियों को समस्या हल करने के निर्देश दिए।

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(Udaipur Kiran)

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