
गोपेश्वर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । देश के जाने माने उद्योगपति तथा रिलायंस इंडस्ट्री के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने आज भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। इस दाैरान उन्हाेंने श्री बदरीनाथ तथा केदारनाथ भगवान मंदिर के लिए 10 करोड़ रूपये दान में दिए।
शुक्रवार काे उद्योगपति मुकेश अंबानी ने श्री बदरीनाथ-श्रीकेदारनाथ धाम पहुंच कर पूजा अर्चना कर खुशहाली की मनौती मांगी। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने उद्योगपति मुकेश अंबानी की आगवानी कर उन्हें उत्तराखंडी टोपी भेंट की और भगवान बदरी-केदार का प्रसाद दिया। इस मौके पर मुकेश अंबानी ने केदारनाथ औरबदरीनाथ मंदिर समिति के लिए 10 करोड़ रुपये का दान का चेक बीकेटीसी के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी को सौंपा।
इस दौरान उद्योगपति अंबानी ने दर्शनों के पश्चात बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी को बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चारधाम यात्रा सुव्यवस्थित ढंग संचालित की जा रही है। कहा कि धामी सरकार ने यात्रा पडावों पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए बेहतरीन व्यवस्था की है। इस तरह की सुरक्षित व्यवस्था दूसरे धार्मिक स्थलों पर कम ही देखने को मिलती है। अंबानी ने कहा कि वह करीब 20 साल से उत्तराखंड आ रहे हैं। इसके बावजूद मौजूदा जैसी व्यवस्थाएं पहले कभी देखने को नहीं मिलीं। मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में यहां ऐतिहासिक काम हुए है। अगले दस सालों में उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होगा। इस साल तीर्थयात्रियों की आमद से रिकार्ड कायम हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी हाल के दिनों में उत्तराखंड में बादल फटने से जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के साथ हैं। मैं और रिलायंस फाउडेशन जब भी उत्तराखंड को किसी भी तरह की आवश्यकता होगी तो साथ खड़े होंगे।
बीकेटीसी अध्यक्ष द्विवेदी ने बताया कि लाखों की संख्या में तीर्थयात्री इन धामों में पहुंचते हैं लेकिन किसी को भी कोई दिक्कत नहीं होती है। मास्टर प्लान के तहत धामों का विकास हो रहा है। इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि मुकेश अंबानी और परिवार के सदस्य लंबे समय से बदरीनाथ तथा केदारनाथ मंदिर के दर्शन को आते रहे है। दोनों मंदिरों के सौंदर्यकरण में अंबानी परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस दौरान बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती व विजय कपरूवाण मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल व मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल
