Madhya Pradesh

इंदौरः महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा

इंदौरः महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा

– अधिकारी मैदान में जाकर कार्य कर, सतत मॉनिटरिंग करें: निर्मला भूरिया

इंदौर, 30 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया की अध्यक्षता में मंगलवार को इंदौर में विभागीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पूरक पोषण आहार, मुख्यमंत्री बाल संवर्धन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मात्र वंदना योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, मिशन वात्सल्य, पीएम केयर फार चिल्ड्रन्स योजना, दत्तक ग्रहण योजना, मिशन शक्ति योजना आदि की समीक्षा की गई। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिंहा, संयुक्त संचालक डॉ. विशाल नाडकर्णी, महिला एवं बाल विकास ‍विभाग की क्षेत्रीय संयुक्त संचालक संध्या व्यास, उप संचालक सुनिता यादव एवं सहायक संचालक विष्णु प्रताप सिंह उपस्थित रहे।

बैठक में मंत्री निर्मला भूरिया ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से महिलाएं एवं बच्चें वंचित नहीं रहें। आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों को सम्पूर्ण पोषण युक्त आहार दिया जाए। सभी अधिकारी मैदान में जाकर आँगनवाडी केन्द्रों का निरीक्षण करें और उसकी सतत मॉनिटरिंग करें। आँगनवाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र हितग्राहियों को चिन्हित करें और उन्हें हित लाभ उपलब्ध कराये। बच्चों का वजन करें।लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए सभी कार्य निश्चित समय-सीमा मे गुणवत्ता के साथ करें।

बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिंहा ने बताया कि 17 सितम्बर से 16 अक्टूबर तक 8वाँ राष्ट्रीय पोषण माह संचालित किया जा रहा है। पोषण माह के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के आँगनवाड़ी केन्द्र आदि के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं एकीकृत बाल विकास सेवा, मिशन वात्सल्य, मिशन शक्ति आदि चलाई जा रही है।

बैठक में बताया गया कि इंदौर जिले में 15 बाल विकास परियोजनाएं संचालित जिसमें 1839 आँगनवाडी केन्द्र चल रहे हैं। आँगनवाड़ी केन्द्रों में 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं को प्रत्येक मंगलवार को टेक होम राशन के पैकेट का साप्ताहिक प्रदान किए जा रहे है। इसके अलावा 3 से 6 वर्ष के बच्चों को सांझा चूल्हा समूह के माध्यम से नाश्ता एवं गर्म पका भोजन दिया जाता है। मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम में एक लाख 32 हजार 332 बच्चे एक्टिव है। प्रधानमंत्री मात्र वंदना योजना 2.0 के अंतर्गत प्रथम एवं द्वितीय प्रस्व हेतु लक्ष्य एवं पूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही लाड़ली बहना योजना के तहत सितम्बर में 53.14 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की गई। जिले में मिशल वात्सल्य योजनांतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई, जिला बाल कल्याण समिति और किशोर न्या बोर्ड एवं विशेष पुलिस इकाई गठित की गई है। जिले में शासकीय स्तर पर बाल संप्रेक्षण गृह परदेशीपुरा, राजकीय बाल संरक्षण आश्रम मुराई मोहल्ला में चल रहा है। मिशल वात्सल्य के तहत मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना में पात्र हितग्राही को प्रति माह 5 हजार रुपये प्रदान किए जा रहे है। इसी तरह पीएम केयर फार चिल्ड्रन्स योजना के अंतर्गत प्रति हितग्राहियों को 10 लाख रुपये एक मुश्त प्रदान किए गए।

(Udaipur Kiran) तोमर

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