
– प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को मार्केटिंग और ब्रांडिंग में मिलेगी सहायता
इंदौर, 04 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके तहत जिले में प्राकृतिक खेती का रकबा बढ़ाया जाएगा और उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के साथ ही किसानों को उनके उत्पाद की मार्केटिंग और ब्रांडिंग में भी मदद दी जाएगी।
इस उद्देश्य से मंगलवार को कलेक्टर शिवम वर्मा की अध्यक्षता में कृषि विभाग, संबंधित संस्थाओं और प्राकृतिक खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी और किसान उपस्थित थे।
कलेक्टर वर्मा ने प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों से उनके अनुभव साझा किये। उन्होंने किसानों द्वारा किए जा रहे नवाचारों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर दिया जाए तथा आवश्यकतानुसार उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाए।
प्राकृतिक खेती उत्पादों की बिक्री की रहेगी विशेष व्यवस्था
कलेक्टर शिवम वर्मा ने बताया कि प्राकृतिक खेती उत्पादों की बिक्री को प्रोत्साहित करने के लिए इंदौर के ग्रामीण हाट बाजार में विशेष व्यवस्था की जा रही है। सप्ताह के निर्धारित दो दिनों में प्राकृतिक खेती करने वाले किसान अपने उत्पाद यहां विक्रय कर सकेंगे।
बैठक में प्रगतिशील किसानों ने बताया कि प्राकृतिक खेती समय की आवश्यकता है और इससे भूमि की उर्वरता के साथ लागत में भी कमी आती है। कई किसानों ने बताया कि वे अपने आसपास के अन्य किसानों को भी प्राकृतिक खेती से जोड़ रहे हैं। इस अवसर पर कृषि विशेषज्ञों ने प्राकृतिक खेती की तकनीकों और लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में परियोजना समन्वयक शर्ली थामस सहित किसान जितेन्द्र पाटीदार, प्रेमलता चौधरी, नवीन पटेल, महेन्द्र सिंह राठौर, श्रीराम चौहान, भागीरथ पटेल, छगनलाल सहित अन्य किसान एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में किसानों ने भी अपने विचार और सुझाव रखे।
(Udaipur Kiran) तोमर