Madhya Pradesh

इंदौरः करोड़ों के आसामी नगर निगम के सहायक उद्यान अधिकारी पाटिल की सेवाएं समाप्त

इंदौर नगर निगम के सहायक उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल

– ईओडब्ल्यू के छापे में मिली थी बेहिसाब संपत्ति

इंदौर, 18 जून (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार में लिप्त करोड़ों के आसामी नगर निगम के सहायक उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) के छापे में उनके यहां से बेहिसाब संपत्ति मिली थी। इसके बाद निगमायुक्त शिवम वर्मा ने बुधवार को इसके आदेश जारी कर दिए। आदेश तत्काल प्रभावशील भी हो गया है।

दरअसल, ईओडब्ल्यू ने मंगलवार को पाटिल के गुलमोहर ग्रीन स्थित आवास और नगर निगम मुख्यालय स्थित कार्यालय पर छापा मार कार्रवाई की थी। जांच में यह बात सामने आई कि 21 वर्ष की नौकरी में पाटिल को वेतन के रूप में तो 15 लाख रुपये ही मिले, लेकिन उसके पास संपत्ति इससे कई गुना ज्यादा है।

ईओडब्ल्यू ने पाटिल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7(सी) एवं सहपठित 13(1)बी, 13(2) के तहत प्रकरण दर्ज कर इसकी सूचना निगमायुक्त को दी थी। चेतन नगर निगम में विनियमित कर्मी था। निगमायुक्त द्वारा जारी आदेश में कहा है कि पाटिल के इस कृत्य से निगम की छबि धूमिल हुई है। उसका यह कृत्य, भ्रष्टाचार घोर कदाचार की श्रेणी में आता है। उसकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाती हैं।

चेतन वर्ष 2024 में नगर निगम में मस्टरकर्मी के रूप में भर्ती हुआ था। वह कई जोन कार्यालयों पर सहायक यंत्री के रूप में पदस्थ रहा। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों में घुसपैठ बनाकर वह उद्यान अधिकारी के पद तक पहुंच गया था। उस पर अप्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान पौधे खरीदी में गड़बड़ी करने सहित आर्थिक अनियमितता के कई आरोप हैं।

(Udaipur Kiran) तोमर

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