
– वाहन चालकों की सुविधा को देखते हुए सिग्नलों का होगा समय तय, मोडिफाई वाहनों के विरूद्ध होगी कार्रवाई
इंदौर, 01 जुलाई (Udaipur Kiran) । इंदौर में यातायात सुधार की मुहिम लगातार जारी है। इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिये मंगवाल को यहां कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने यातायात सुधार, इंटेलिजेंट इंटिगेट्रड ट्रॉफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन और ई-चालान के भुगतान की प्रक्रिया को सरलीकृत करने, ट्रॉफिक सिग्नलों के समय में सुधार के संबंध में व्यापक चर्चा की गई। बैठक में तय किया गया कि इंदौर में 10 से अधिक बार यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले आदतन वाहन चालकों के वाहनों के पंजीयन निरस्त किये जाएंगे, साथ ही मोडिफाई वाहनों के विरूद्ध चल रही कार्रवाई को तेज किया जायेगा और ट्रॉफिक सिग्नलों के समय में आवश्यक सुधार किया जायेगा।
बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिए कि यातायात नियमों का 10 से अधिक बार उल्लंघन करने वाले आदतन वाहन चालकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए उनके वाहनों के पंजीयन निरस्त किये जाये। इसके लिए उन्होंने यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देश दिये कि इंदौर शहर के बीआरटीएस क्षेत्र के चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नलों को वाहन चालकों की सुविधा के अनुसार बनाया जाये। इसके लिये सिग्नलों का समय वाहन चालकों की सुविधा एवं यातायात दबाव के अनुसार निर्धारित किया जाए। वाहन चालकों को सिग्नल के कारण किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। बारिश के समय यह ध्यान रखा जाए कि सिग्नल किसी भी तरह से बंद नहीं हो।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए की मॉडिफाई वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि मॉडिफाई वाहनों के विरुद्ध चल रही कार्रवाई को तेज किया जाए। कलेक्टर ने आईटीएमएस के तहत चालान की राशि जमा करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे विकल्प रखे जाएं की चालान के साथ ही क्यूआर कोड आ जाए और वाहन चालक आसानी से चालान की राशि भुगतान कर सके। इसके लिए उन्होंने वरिष्ठ कार्यालय को प्रक्रिया सरल बनाने के संबंध में पत्र लिखने के निर्देश भी दिए। बैठक में स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा सहित यातायात पुलिस, एनआईसी, कोषालय सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) तोमर
