Madhya Pradesh

इंदौरः सिंहस्थ के मद्देनजर कान्ह एवं सरस्वती नदी की सफाई के लिए बनेगी समयबद्ध विशेष कार्ययोजना

जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक

– बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य शीघ्र होगा प्रारंभ, शहर से लगे गांवों की स्वच्छता पर दिया जाएगा विशेष ध्यान

इंदौर, 18 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के इंदौर में सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि आगामी सिंहस्थ के मद्देनजर कान्ह एवं सरस्वती नदी की स्वच्छता और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। कान्ह एवं सरस्वती नदी की शुद्धिकरण के लिए शीघ्र कार्ययोजना तैयार कर उसका समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जिले में बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के गड्ढे भरने और मरम्मत का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाए। विशेषकर बायपास और निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज के डायर्वशन की मरम्मत का कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ किया जाए। सड़कों पर तकनीकी खामियों से होने वाली दुर्घटनाओं के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय कर सख्त कार्रवाई की जाए।

सांसद लालवानी बुधवार को यहां जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में सांसद कविता पाटीदार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. परिक्षित झाड़े, अपर आयुक्त नगर निगम रोहित सिसोनिया, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, विधायक रमेश मेंदोला सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में आगामी सिंहस्थ को लेकर कान्ह एवं सरस्वती नदी की स्वच्छता और साफ-सफाई, सेवा पखवाड़ा के तहत होने वाले कार्यक्रम और सड़कों की मरम्मत पर विशेष चर्चा की गई। इस अवसर पर कान्ह एवं सरस्वती नदी की स्वच्छता और साफ-सफाई के लिए नमामि-गंगे के अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा हुई। सांसद शंकर लालवानी ने निर्देश दिए कि नदी पुनरुद्धार और जल संरक्षण कार्यक्रम के तहत कान्ह एवं सरस्वती नदी की स्वच्छता और सौन्दर्यीकरण के लिए शीघ्र योजना तैयार कर उसका समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। यह प्रयास किए जाये कि यह कार्य सिंहस्थ के पहले पूर्ण हो जाए। नदी का जल शुद्ध रहने के साथ वह शुद्ध दिखाई भी दें। उन्होंने कहा कि इंदौर के बायपास पर राऊ से लेकर क्षिप्रा तक निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज के डायर्वशन सड़क की मरम्मत का कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ किया जाए। शहर की अन्य सड़कों की मरम्मत पर भी विशेष ध्यान दें।

बैठक में सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि सिंहस्थ को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र की नदियों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्र की नदियों की स्वच्छता पर ही शहरी की उक्त दोनों नदियों की शुद्धता निर्भर है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में यह प्रयास करें कि नदियों में दूषित जल नहीं मिले, इसके लिए ड्रेनेज व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाए।

कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी नदियों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देकर शुद्धिकरण के लिए कार्य योजना बनायी जाए, इसके लिए उन्होंने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सड़क निर्माण से जुड़े विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे सड़कों की मरम्मत का कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ कर दें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में गीले एवं सूखे कचरे के सेग्रीगेशन की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए।

शहर से लगे गांवों के कचरे की प्रोसेसिंग नगर निगम करेगा, बनेगी संयुक्त कार्ययोजना

बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि शहर से लगे हुए सभी गाँवों विशेषकर शहर में आने वाली ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर से लगे हुए सभी गाँवों के कचरा संग्रहण के लिए संयुक्त दल बनाकर विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए, इसके लिए नगर निगम द्वारा पूरी मदद दी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के कचरे के प्रोसेसिंग की व्यवस्था भी नगर निगम द्वारा की जाएगी। उन्होंने आगामी 22 सितम्बर को मनाये जाने वाले नो-कार डे के बारे में जानकारी दी और सभी से अपील की कि इस दिन पर्यावरण सुरक्षा को देखते हुए कार का उपयोग नहीं करें। बैठक में अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया ने नमामि-गंगे अभियान और अमृत 2.0 के तहत कराये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।

जिले में 2 अक्टूबर तक मनेगा खेल महोत्सव

बैठक में बताया गया कि सेवा पखवाड़े के तहत सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, इसमें ग्राम से लेकर जिला स्तर तक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। इस आयोजन की जिम्मेदारी खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा शिक्षा विभाग को सौंपी गई है। सांसद लालवानी ने निर्देश दिए कि इस महोत्सव का प्रभावी आयोजन सुनिश्चित किया जाए। खेल महोत्सव का यह आयोजन आगामी 2 अक्टूबर तक चलेगा।

जिले के 54 गांवों में स्थापित होंगे आदि कर्मयोगी सेवा केन्द्र

बैठक में आदि कर्मयोगी अभियान के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि केन्द्र शासन के निर्देश पर यह अभियान जिले के 54 गाँवों में शुरू किया गया है। इसमें महू जनपद के 52 गांव और इंदौर जनपद के 2 गांव शामिल है। अभियान के तहत मास्टर ट्रेनर्स की नियुक्ति होकर प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। अभियान के तहत चयनित प्रत्येक गांव में आदि कर्मयोगी सेवा केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं।

(Udaipur Kiran) तोमर

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