
शिमला, 02 सितंबर (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि चीन के तियानजिन में सम्पन्न शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अंतरराष्ट्रीय बैठक में भारत को एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता प्राप्त हुई है। बैठक में एससीओ देशों ने एकमत होकर भारत के जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम में अप्रैल माह में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।
सबसे उल्लेखनीय तथ्य यह रहा कि इस प्रस्ताव पर न केवल भारत और चीन ने हस्ताक्षर किए, बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए, जबकि हमले के वक्त संदेह की उंगलियाँ पाकिस्तान की ओर उठ रही थीं। प्रस्ताव में आतंकवादियों, उनके साजिशकर्ताओं और आर्थिक मददगारों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग की गई है।
शांता कुमार ने मंगलवार काे एक बयान में इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक शानदार कूटनीतिक सफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि इस मंच पर ऐसा प्रस्ताव पास करवाना भारत की विदेश नीति की प्रभावशीलता को दर्शाता है। साथ ही, इस प्रस्ताव में यह भी स्पष्ट किया गया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई दोहरा मापदंड स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यह घटनाक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जिस मंच पर पहले पहलगाम हमले का उल्लेख नहीं होने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उसका बहिष्कार किया था, उसी मंच के शिखर सम्मेलन के साझा घोषणापत्र में अब इस आतंकी हमले का पूरा विवरण शामिल किया गया है।
शांता कुमार ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को हार्दिक बधाई दी।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
