
मंडी, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । सरदार पटेल विश्वविद्यालय, मंडी द्में विकसित भारत का आधार – राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में
शिक्षाविदों, प्राध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही, जिसने इसे एक सार्थक और प्रेरणादायक शैक्षणिक विमर्श बना दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात शिक्षाविद एवं चिंतक अतुल कोठारी ,राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ.साथांस एनआईटी कुरुक्षेत्र तथा संगोष्ठी की अध्यक्षता एसपीयू के कुलपति प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने की। जबकि डॉ. सनील ठाकुर डीन प्लानिंग सेमिनार के संयोजक रहे।
इस मौके पर अपने उद्बोधन में अतुल कोठारी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 केवल एक नीति नहीं है, बल्कि यह भारतीय शिक्षा में पुनर्जागरण है। यह नीति हमारे प्राचीन ज्ञान-विज्ञान की परंपराओं और आधुनिक शिक्षा की आवश्यकताओं के बीच एक सेतु का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि यह नीति ही विकसित भारत 2047 का आधार बनेगी और भारत को वैश्विक नेतृत्व दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।
डॉ. साथांस ने अपने वक्तव्य में अनुसंधान, नवाचार और कौशल-आधारित शिक्षा को नई नीति के स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा में प्रौद्योगिकी का समावेश समय की मांग है औरइसके माध्यम से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है। कुलपति प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 केवल संरचनात्मक सुधार नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों में मूल्य, समालोचनात्मक सोच और राष्ट्र निर्माण की भावना विकसित करने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि यदि हम अपने विचारों को बदलें, तो हम समाज को रूपांतरित कर सकते हैं और यही रूपांतरण अंततः एक विकसित भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय समुदाय से आह्वान किया कि वे इस नीति के लक्ष्यों को साकार करने में सक्रिय योगदान दें।
संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने भी सक्रिय रूप से विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम का समापन मंच संचालक डॉ. गौरव कपूर द्वारा प्रस्तुत आभार प्रस्ताव के साथ हुआ।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
